MP: ‘एक देश-एक चुनाव’ पर बढ़ा सियासी तनाव, आमने-सामने हुई BJP-कांग्रेस

वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर मध्यप्रदेश में सियासत गर्म है, बीजेपी और इंडिया गठबंधन के कई सहयोगी दलों ने मोदी सरकार के इस प्रस्ताव का समर्थन किया तो वही कांग्रेस खुलकर विरोध कर रही है। मध्यप्रदेश में एक देश एक चुनाव को लेकर बीजेपी कांग्रेस के बीच सियासी तनाव बढ़ रहा है।
वन नेशन-वन इलेक्शन’ की संभावएं तलाशने के लिए मोदी सरकार ने कोविंद कमेटी का गठन किया था। मोदी कैबिनेट ने उस कमेटी के प्रस्तावों पर मुहर लगा दी है, अब मुमकिन है कि शीतकालीन सत्र में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर संसद में बिल लाया जाए और अगर बिल पास होता है, तो 2029 से पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं। लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले को लेकर 32 दलों ने समर्थन किया और 15 दलों ने विरोध जाहिर किया। मध्यप्रदेश बीजेपी इसे ऐतिहासिक कदम बता रही है।
वही कांग्रेस वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर खुलकर अपना विरोध जाहिर कर रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसे इम प्रैक्टिकल बताते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी का यह एक और खिलौना है सबको उलझाने के लिए।
आपको बता दे कि वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर कोविंद कमेटी के प्रस्तावों के मुताबिक पहले फेज में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होंगे और फिर दूसरा फेज 100 दिनों के भीतर होगा, जिसमें स्थानीय निकायों के चुनाव होंगे, लेकिन विपक्ष कह रहा है कि ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ मुमकिन नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पूरे देश में एक चुनाव हो सकता है। अगर हां तो कैसे?