MP में BJP संगठन चुनाव में नहीं चलेगी सिफारिश, पर्यवेक्षकों को प्रदेश अध्यक्ष का फ्री हैंड

MP में बीजेपी मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों के चयन में किसी का दवाब और प्रभाव नहीं चलेगा। वही होगा जी पर्यवेक्षक तय करेंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पर्यवेक्षकों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपते हुए ये बात कही। हर पर्यवेक्षक को 3 जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मध्यप्रदेश में बीजेपी संगठन के चुनाव में किसी की भी सिफारिश नहीं चलेगी। भोपाल के बीजेपी कार्यालय में हुई बीजेपी संगठन चुनाव के लिए बनाए गए जिला पर्यवेक्षकों की बैठक में ये बात हुई है। बैठक में जिला पर्यवेक्षकों को फ्री हैंड देते हुए कहा गया है कि बिना किसी के प्रभाव के मंडल अध्यक्ष या जिलाध्यक्ष का चयन किया जाएगा। साथ ही ये भी कहा गया है कि पर्यवेक्षक ऐसे कार्यकर्ताओं के नाम खोजें जो कि साफ और स्वच्छ छवि वाले हों।
बुधवार को भोपाल में बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बीजेपी संगठन चुनाव को लेकर बनाए गए जिला पर्यवेक्षकों की पहली बैठक हुई। हर पर्यवेक्षक को तीन जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। बैठक में साफ कहा गया है कि पार्टी सुचिता पर लगातार फोकस करती है और अब फिर नए सिरे से सक्रिय सदस्यों में से मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष चुने जाना है। जिन्हें चुनने की जिम्मेदारी पर्यवेक्षकों की है और उनके चयन के लिए पर्यवेक्षक ही सर्वेसर्वा हैं। वो जिले के सभी नेताओं से चर्चा-मशवरा करें लेकिन किसी के दवाब में नाम न निकालें।
बैठक में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं संगठन पर्व की केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर मौजूद रहे।15 दिसंबर तक भाजपा के मंडल अध्यक्ष का चुनाव होना है जबकि जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक की समयसीमा तय की गई है।