MP: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए तैयार मोहन सरकार, मंत्री चैतन्य कश्यप ने दी जानकारी

प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा की मध्यम उद्योग वर्गों का नया वर्गीकरण कर सवा सो करोड़ का प्रावधान किया गया है। लघु को ढाई करोड़ से 25 करोड़ तक किया गया है। मंत्री चैतन्य कश्यप ने प्रदेश सरकार की नीतियों की जानकारी दे रहे थे।
मध्यप्रदेश में निवेश और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मोहन सरकार ने अपनी नीतियों को काफी सरल किया है जिससे की हर छोटे बड़े उद्योपतियों की राह आसान हो जाए , सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि मध्यम उद्योग वर्ग के लिए खास प्रावधान किया गया है। मध्यम उद्योग वर्गों के लिए सवा सो करोड़ का प्रावधान किया गया है। सूक्ष्म को अभी ढाई करोड़ तक, लघु को ढाई करोड़ से 25 करोड़ तक किया गया है। 25 करोड़ से सवा सौ करोड़ तक मध्यम उद्योग माना जाएगा।
वहीं उन्होंने बताया की, 50 करोड़ से ज्यादा उद्योग वालों को निवेश संवर्धन के तहत लाभ मिलेगा
पिछड़ा क्षेत्र में 40% की जगह 52% की सहायता की जाएगी। जिससे प्रदेश के हर जिले का समग्र विकास होगा
मंत्री चैतन्य कश्यप ने बताया की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35000 के करीब रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिससे मध्य प्रदेश में नया माहौल बना है। कैबिनेट ने स्टार्टअप की नीतियों पर भी बड़ा बदलाव किया है। भूमि आवंटन की नीति लागू की गई है। स्टार्टअप नीति में युवाओं को शुरुआत से सहयोग दिया जाएगा।
कुल मिलाकर ग्लोबल समिट को लेकर प्रदेश सरकार और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय ने निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है।