MP: लाड़ली बहना को लेकर शुरू हुई सियासत, छटनी की संख्या पर कमलनाथ का निशाना

समग्र पोर्टल से लाड़ली बहनाओं की घटती संख्या और आगर मालवा , बैतूल कलेक्टर के पत्र से सियासत गर्म हो गई है , कमलनाथ ने कहा कि, सरकार पिछले रास्ते लाड़ली बहना बंद करना चाहती है। वही बीजेपी ने जवाब दिया है कि 60 साल से ऊपर वाली महिलाओं के नाम हट रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सरकार द्वारा शुरू की गई लाड़ली बहना योजना को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार सवाल उठाता रहा है। लाड़ली बहना योजना की राशि न बढ़ने, नई हितग्राहियों को स्कीम से न जोड़ने और लाड़ली बहनों की संख्या लगातार कम होने को लेकर कांग्रेस मोहन सरकार को घेरती रही है।
विपक्ष के आरोपों के बीच चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आई है कि समग्र पोर्टल से लाड़ली बहनों के नाम डिलीट किए जा रहे हैं। अगर मालवा और बैतूल के कलेक्टरों ने हाल ही में एमपी इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के एमडी को लेटर लिखकर इसकी जानकारी दी है। जिसके बाद कमलनाथ ने सोशल मेडिया पर पोस्ट कर कहा की ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश की सरकार पिछले दरवाजे से लाडली बहना योजना बंद करना चाहती है।
वही बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने समग्र पोर्टल से लाड़ली बहनों के नाम हटने की वजह बताते हुए कांग्रेस को भी जवाब दिया है। आशीष अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस को कभी भी लाडली बहनों से सरकार का प्यार स्वीकार नहीं। कांग्रेस सिर्फ भ्रम फैलाने का काम करती है। 60 साल से ऊपर वाली महिलाओं के नाम हट रहे हैं वह अन्य पेंशन योजनाओं में चले जाते हैं।
गौरतलब है कि मोहन सरकार लगातार लाड़ली बहनों के खातों में राशि डाल रही है लेकिन इसे लेकर सूबे की सियासत अक्सर गर्म होती रहती है।