MP: आंगनबाड़ी में नौकरी बेचने का विवाद, मंत्री नागर सिंह चौहान और निर्मला भूरिया आमने सामने

मंत्री नागर सिंह चौहान ने आंगनवाड़ी में नौकरी दिलाने के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाया है. जिसके बाद महिला और बाल विकास पर भ्रष्टाचार के कटघरे में खड़ा हो गया। वहीं विभाग की मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि, भर्ती प्रकिया नियमानुसार चल रही है.
चार बार से अलीराजपुर से विधायक और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान ने आंगनवाड़ी में पैसा लेकर नौकरी बेचे जाने के आरोप लगाते हुए, आदिवासी वर्ग के अभ्यर्थियों से अपील की कि वे किसी भी व्यक्ति को नौकरी के लिए पैसे न दें. उन्होंने कहा कि, अगर ऐसे किसी व्यक्ति द्वारा रिश्वत मांगी जाती है, तो उसकी शिकायत उचित मंच पर की जाए. चौहान ने यह भी आशंका जताई कि विभाग के कुछ कर्मचारी इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं, जो आदिवासी इलाकों को निशाना बना रहे हैं. इस संबंध में नागर सिंह चौहान ने इस वीडियो भी जारी किया है.
वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और पारदर्शी है. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने आंगनवाड़ी भर्ती को पूरी तरह ऑनलाइन किया है। मंत्री नागर सिंह चौहान का उद्देश्य कुछ और है। अगर कही शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करेंगे।
इस मामले को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि अब तो भाजपा के मंत्री भी मान रहे हैं कि आंगनवाड़ी नियुक्तियों के लिए सौदेबाज़ी हो रही है.. नागर सिंह चौहान ने खुद स्वीकार किया है कि दलाल और सरकारी अधिकारी पैसे लेकर लोगों की भर्ती करवाने का दावा कर रहे हैं. यह शर्मनाक है.