MP: धर्म पथ पर आगे बढ़ रहे है CM मोहन यादव, नर्मदा परिक्रमावासियों की राह होगी आसान

मध्यप्रदेश के मोहन यादव मध्यप्रदेश की सियासत में लगातार धर्म के पथ पर आगे बढ़ रहे है , मोहन सरकार ने प्रदेश की जीवनदायनी माँ नर्मदा के परिक्रमावासियों की चिंता की है , सीएम मोहन यादव अब नर्मदा परिक्रमा करने वालों के ठहरने व भोजन के लिए परिक्रमा पथ पर आश्रय गृह बनवा रहे है, जिसकी डिजाइन भी तैयार हो गई।
नर्मदा की परिक्रमा करने वालों को अब ठहरने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। मध्य प्रदेश सरकार नर्मदा परिक्रमा पथ पर आश्रय गृह बनाने जा रही है। शुरुआत 10 आश्रयगृहों से हो रही है, जिसे चार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। बाद में इसकी संख्या हर साल बढ़ाई जाएगी। इन आश्रय गृहों में परिक्रमा करने वालों को ठहरने के साथ ही भोजन की भी व्यवस्था रहेगी।
दरअसल, नर्मदा एकमात्र ऐसी नदी है, जिसके उपासक उसकी परिक्रमा करते हैं। करीब 3500 किलोमीटर लंबी यह परिक्रमा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्य के दुर्गम क्षेत्रों से होकर गुजरती है। अभी तक इस पथ पर यात्री मंदिरों, मठों, आश्रमों और गृहस्थों के घर पर ही ठहरते और भोजन-प्रसादी पाते हैं। इस साल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यहां सरकारी आश्रयगृह बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए बजट मंजूर हुआ। इसके निर्माण का काम संस्कृति विभाग के तहत जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी को दिया गया है।
अकादमी ने ग्रामीण संस्कृति पर आधारित आश्रय गृह की डिजाइन बनाई है, जिसे संस्कृति विभाग ने मंजूरी दे दी है। ये आश्रयगृह अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, सीहोर, खरगोन, धार, बड़वानी जिलों में बनाए जाने हैं। जिला प्रशासन की मदद से इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है।