MP: मोहन सरकार के 2 साल पूरे, मंत्री तुलसी सिलावट ने पेश किया रिपोर्ट

मोहन सरकार को दो साल पूरे होने पर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा की मध्यप्रदेश जल शक्ति के रूप में उभरेगा , वही उन्होंने कहा की सिंहस्थ 2028 में शिप्रा के जल से ही स्नान होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर अब मंत्री अपने-अपने विभागों का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे हैं। इसी कड़ी में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जल संसाधन विभाग की उपलब्धियां गिनाईं। मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को यूं ही नदियों का मायका नहीं कहा जाता। यहां 260 नदियां और 702 छोटी धाराएं हैं, जो प्रदेश को जल संपन्न बनाती हैं। आने वाले वर्षों में सिंचाई और जल संरक्षण के क्षेत्र में एमपी एक नई जल शक्ति के रूप में उभरेगा।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि प्रदेश की नदियां सभी दिशाओं में बहती हैं, जो मध्यप्रदेश की भौगोलिक और जल संपदा की पहचान है। सरकार का लक्ष्य है कि आगामी एक वर्ष में प्रदेश का सिंचाई रकबा बढ़कर 65 लाख हेक्टेयर तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2028 तक मध्यप्रदेश की सिंचाई व्यवस्था को बड़ी जल शक्ति के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए कच्ची नहरों को पक्का किया जाएगा, ताकि किसानों को ज्यादा और स्थायी लाभ मिल सके। साथ ही माइक्रो सिंचाई पद्धति के माध्यम से जल का बेहतर और संतुलित उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
मंत्री तुलसी सिलावट ने सिंहस्थ 2028 की तैयारियों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उज्जैन की पवित्र क्षिप्रा नदी को निर्मल, अविरल और निरंतर प्रवाहमान बनाने के लिए विभाग द्वारा 4 बड़े कार्य स्वीकृत किए गए हैं। सिंहस्थ 2028 के लिए कुल 2 हजार 396 करोड़ रुपये की लागत से इन कार्यों को मंजूरी दी गई है, ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ और पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जा सके।
कुल मिलाकर, सरकार के दो साल पूरे होने पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने विभाग की उपलब्धियों का विस्तृत खाका पेश किया। सिंचाई विस्तार, जल संरक्षण, बड़ी परियोजनाएं और सिंहस्थ 2028 की तैयारियां—सरकार का दावा है कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश जल संपदा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।



