MP में BJP प्रदेश अध्यक्ष के फेर में अटकी जिला कार्यकारिणी, नेताओं का बढ़ा इंतजार

MP में BJP के सभी 62 जिलों के अध्यक्षों की घोषणा होने के बाद प्रदेश संगठन ने कार्यकारिणी बनाने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। गाइड लाइन में स्पष्ट लिखा है कि नए लोगों के साथ ही पुराने पदाधिकारियों को मौका देना है। लेकिन उसके बाद भी जिलों की कार्यकारिणी अटकी हुई है। इसकी वजह यह है नए प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार।
गौरतलब है कि भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व ने जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर गाइडलाइन तय कर दी है। इसमें पुराने के साथ नए चेहरों को शामिल करने का कहा गया है। हालांकि गाइडलाइन जारी होने के बाद भी जिलों में पदाधिकारियों का चयन नहीं हो पाएगा। जिसकी वजह है प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन का इंतजार किया जा रहा है।
भाजपा के अधिकांश मंडलों में कार्यकारिणी का गठन किया जा चुका है लेकिन जिला कार्यकारिणी का गठन नहीं किया गया है। जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर केन्द्र से जो दिशा निर्देश दिए गए हैं। उसमें 60-40 के फॉर्मूले का पालन किया जाएगा। पार्टी की केंद्रीय इकाई द्वारा जिला कार्यकारिणी के लिए जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उस हिसाब से नई कार्यकारिणी में पुरानी कार्यकारिणी के 60 फीसदी पदाधिकारियों को फिर अवसर दिया जाएगा सिर्फ 40 फीसदी नए लोगों को पदाधिकारी बनाया जाएगा। इसके पीछे पार्टी की मंशा के अनुरूप पुराने कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान देने और नए नेतृत्व को अवसर देने की रणनीति है।
पार्टी द्वारा तय गाइडलाइन के अनुसार जिला समिति में अध्यक्ष के साथ 8 उपाध्यक्ष होंगे तो हमेशा की तरह 3 महामंत्री होंगे। 8 मंत्रियों के साथ 1 कोषाध्यक्ष का पद भी रहेगा। वहीं 20 लोगों की कार्यकारिणी में 7 महिलाएं और 2 अनुसूचित जाती और जनजाति वर्ग के लोगों को शामिल करना अनिवार्य रहेगा।