MP: विदिशा में लगती है सांपों की अदालत, गंजबासौदा में रहस्यमयी परंपरा

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है. यहां सांपों की पेशी लगती है, इसे देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
विदिशा जिले का एक विशेष गांव ग्राम भर्री के पास नाहे में सदियों पुरानी परंपरा चली आ रही है, जिसे “सांपों की पेशी” कहा जाता है। इस परंपरा से जुड़ी मान्यताएं और धार्मिक विश्वास जुड़ा हुआ है. यदि किसी व्यक्ति को सांप काट लेता है, तो उस व्यक्ति को नाहे गांव में विराजमान कारस देव नाम की एक उतरी धागा या जमीन पर पड़ी हुई खेत की मिट्टी उतरी को गले में बांध दिया जाता है।
लोगों का मानना है कि ऐसा करने से सांप का ज़हर असर नहीं करता। यह प्रथा पीढ़ियों से चली आ रही है और गांव के लोग इसे पूरी श्रद्धा से निभाते हैं। इस स्थान पर हर साल गणेश चतुर्थी के दिन एक विशेष मेला भी लगता है।
पुलिस प्रशासन की देखरेख में रात भर चलने वाले कार्यक्रम में धार्मिक और पारंपरिक गतिविधियाँ होती हैं। मेले के दौरान वह उतरी खोली जाती है जो व्यक्ति के गले में बंधी होती है. यह पूरा आयोजन श्रद्धा, आस्था और सांपों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।