MP में अंबेडकर पर सियासी रार, ग्वालियर में कांग्रेस करेगी उपवास

ग्वालियर हाईकोर्ट खंडपीठ में बाबा साहब की प्रतिमा का विवाद अब सियासी रंग ले चूका है , कांग्रेस के अभियान के तहत पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दलित बस्ती में जाकर समरसता भोज किया, इस दौरान पटवारी ने कहा कि हर हाल में बाबा साहब की प्रतिमा लगवाकर मानेंगे , चाहे कुछ भी हो।
ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद के बीच कांग्रेस ने सोमवार से तीन दिन के संविधान सत्याग्रह की शुरुआत की है। भोपाल के बुद्ध विहार में संविधान सत्याग्रह के तहत पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने बौद्ध भिक्षुओं और अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के साथ समरसता भोज किया।
जीतू पटवारी ने सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के साथ पंचशील नगर स्थित बुद्ध विहार में संविधान सत्याग्रह पर चर्चा की है। जीतू पटवारी ने कहा कि बाबा साहब के प्रेमियों को एकजुट कर संविधान की रक्षा का संकल्प ले रहे है।
जीतू पटवारी ने कहा कि ग्वालियर खंडपीठ में बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित करने के लिए सीएम मोहन को पत्र लिखा था, देश के प्रधानमंत्री मोदी एक तरफ बाबा साहब अंबेडकर का जयकारा लगाते हैं। और दूसरी तरफ उनके गृह मंत्री संसद में कहते हैं अंबेडकर, अंबेडकर अंबेडकर अगर इतनी बार भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग चले जाते। ये संविधान विरोधी और बाबा साहब विरोधी होने का सन्देश है।
वही जीतू के समरसता भोज पर मोहन सरकार ने जुबानी हमला बोला, कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा नेहरू और कांग्रेस ने अंबेडकर का ताउम्र अपमान किया।। नेहरू ने अंबेडकर को लोकसभा नहीं पहुंचने दिया।
कुल मिलाकर ग्वालियर हाई कोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा का विवाद अब सियासी रंग ले चूका है। जीतू पटवारी समरसता भोज के बाद अब ग्वालियर हाई कोर्ट में सामूहिक उपवास करेंगे।