MP: हवस के मौलाना वाले बयान पर अडिग हैं बागेश्वर सरकार, गुस्से पर दिया ये जवाब

हवस के मौलाना वाले बयान पर आपत्ति लेने वाले मौलानाओं को बागेश्वर सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा कि ये नालायक है , इन्हे ज्ञान नहीं है , मेने किसी मजहब या धर्मगुरु को नहीं बोला , सनातनियों को जगाने के लिए बताया , हवस का पादरी क्यों नहीं हो सकता।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का एक बयान चर्चाओं में है , कथा के दौरान बागेश्वर सरकार ने कहा कि हवस के पुजारी सुना है , लेकिन हवस के मौलाना क्यों नहीं, क्योकि हिन्दू धर्म के खिलाफ सुनुयोजित तरह से ब्रेन वॉश किया जा रहा है। मौलानाओं ने इस बयान पर आपत्ति जाहिर की तो बागेश्वर सरकार ने उन्हें नालायक बताते हुए इस मामले में पादरियों को भी निशाने पर ले लिया और कहा कि हवस के पादरी क्यों नहीं हो सकता , हमारी मंशा किसी मजहब या धर्मगुरु के खिलाफ नहीं है , बल्कि सनातनियों को जागरूक करना है।
नवरात्रि को लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि में यही विचार है कि देवी की मूर्ति स्थापना रखना और पूजा करना तब सफल है जब यह संकल्प लें कि बेटियों पर उठने वाली उंगली को ही तोड़ दिया जाए। वह माता के विरोध में नहीं है, लेकिन उन लोगों के विरोध में है, जो 9 दिन तक दुर्गा दुर्गा करते हैं और दसवें दिन मुर्गा मुर्गा करते हैं ऐसे लोगों के विरोध में है।
नवरात्री के एक दिन पहले बागेश्वर धाम में स्वच्छता अभियान चलाया गया , इस दौरान खुद पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री झाड़ू लेकर सफाई करते हुए नजर आए।