MP: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 की तैयारी, इंदौर-उज्जैन रीजन में लैंड बैंक का डेटा बेस तैयार

फरवरी में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को लेकर मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने निवेशकों को जमीन दिखाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए इंदौर-उज्जैन रीजन में लैंड बैंक का डेटा बेस तैयार हो चुका है। इंदौर संभाग में इंदौर के अलावा धार में सबसे ज्यादा जमीनें आरक्षित की गई हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के लिए झाबुआ सहित अन्य जिलों में लैंड पॉकेट तय किए गए हैं। पीथमपुर सेक्टर 7, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, धार में पीएम मित्रा पार्क के अलावा कई नए एरिया भी विकसित किए जा रहे है। इसी तरह उज्जैन संभाग में उज्जैन के साथ ही रतलाम, मंदसौर और शाजापुर में भी बड़े प्रोजेक्ट के लिए डेवलप और अनडेवल्पड जमीनें तैयार हैं। उज्जैन में आईटी पार्क, रेडिमेड गारमेंट के अलावा विक्रम उद्योगपुरी का विस्तार और देवास-मक्सी इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 7819 हेक्टेयर जमीन अलग से चिह्नित की गई है।
एमपीआईडीसी के मुताबिक इंदौर में 6 से ज्यादा तो उज्जैन रीजन में 10 से ज्यादा नए इंडस्ट्रियल एरिया पर काम जारी है।
साल 2006 से मप्र में समिट हो रही है पर निवेशकों को सुविधाएं पूरी नहीं मिल रहीं। सुपर कॉरिडोर पर टीसीएस, इन्फोसिस को जमीनें दी गई पर यहां ट्रांसपोर्ट और सुरक्षा अभी भी पर्याप्त नहीं है। सांवेर रोड, पालदा, राऊ-रंगवासा में सड़कें खराब हैं। ड्रेनेज, स्ट्रीट लाइट और ईटीपी की समस्याएं हैं। दिन में 10 से 15 बार बिजली गुल होती है।