MP: आदिवासी बच्चों के लिए मोहन सरकार का बड़ा फैसला, स्कूल-कॉलेज में मिलेगी छात्रवृत्ति

मध्यप्रदेश में अब एससी-एसटी वर्ग के छात्रों को अब 12 महीने छात्रवृत्ति मिलेगी, छुट्टी के दो महीने भी आदिवासी छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी, कैबिनेट बैठक में मोहन सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
राजधानी भोपाल में आज 19 अगस्त मंगलवार को सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में अहम कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई है। राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के गायन के बाद कैबिनेट बैठक में एक दर्जन प्रस्तावों पर चर्चा के बाद मुहर लगाई गई। सबसे खास फैसला आदिवासी छात्र छात्राओं को लेकर रहा। बैठक की ब्रीफिंग करते हुए कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि एससी-एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को शिष्यवृत्ति मिलती है। अभी तक आदिवासी बच्चों को एक साल में शिष्यवृत्ति दस महीनों के लिए दी जाती थी। अब 12 महीने की शिष्यवृत्ति दी जाएगी। इसे कैबिनेट ने मंजूर कर दिया है। इस योजना में आदिवासी बच्चों को 1650 और आदिवासी बेटियों को 1700 स्कॉलरशिप दी जाती है।
कैबिनेट ने प्रदेश में पांच नए आयुर्वेद कॉलेज बनाने को मंजूरी दी है। प्रति आयुर्वेदिक विद्यालय के लिए 70 करोड़ रुपए की लागत आएगी। राज्य सरकार 350 करोड़ रुपए स्वीकृत करेगी। यह कॉलेज नर्मदापुरम, सागर, शहडोल, मुरैना और बालाघाट में बनेंगे। इसके लिए 715 नियमित पद स्वीकृत किए गए हैं। 855 पद आउटसोर्स आधार पर भरे जाएंगे।