MP: सनातनी मुद्दों पर कांग्रेस का नया सियासी दांव, इन दिन होगा धरना

नए साल में मध्यप्रदेश की राजनीति एक नए सनातनी मुद्दे के इर्द-गिर्द घूमती नजर आ रही है। अब तक सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रही कांग्रेस, साल 2026 की शुरुआत में न्यू पॉलीटिकल मोड में दिख रही है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह साधु-संत और सन्यासियों की मांगों को लेकर प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन करेगी।
कांग्रेस संगठन ने साधु-संतों और सन्यासियों से जुड़े मुद्दों को लेकर राजनीतिक रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने प्रदेशभर के अखाड़ों, मठों और धार्मिक संगठनों से संपर्क शुरू कर दिया है। कांग्रेस का दावा है कि सरकार की नीतियों से साधु-संत, पुजारी और धार्मिक संस्थाएं लगातार उपेक्षित हो रही हैं, और इसी को लेकर अब सड़क से सदन तक संघर्ष किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन में जिन प्रमुख मांगों को उठाया जाएगा, उनमें पुजारियों के लिए वेतनमान तय करने की मांग.
मंदिरों पर सरकारी आधिपत्य समाप्त करने की मांग, मंदिर समितियों में नौकरशाहों के दखल का विरोध ,मंदिरों से जुड़ी 10 एकड़ जमीन नीलामी के सरकारी आदेश के खिलाफ प्रदर्शन, इन सभी मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के बयान के बाद साफ है कि कांग्रेस अब सनातनी मुद्दों पर सीधे सियासी मोर्चा खोलने जा रही है। कुल मिलाकर, नए साल की शुरुआत के साथ ही मध्यप्रदेश की राजनीति में सनातनी मुद्दों की एंट्री हो चुकी है। कांग्रेस के इस कदम से सियासी तापमान बढ़ना तय है।



