MP विधानसभा की कार्यवाही, खाद की किल्लत पर कांग्रेस का हगामा

मध्यप्रदेश विधानसभा के पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र का सोमवार को पहला दिन रहा। प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने हंगामा करते हुए वॉकआउट कर दिया। ध्यानाकर्षण के बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन ही हंगामेदार रहा। सदन के पहले दिन बुधनी से भाजपा विधायक रमाकांत भार्गव और अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। विजयपुर से निर्वाचित विधायक मुकेश मल्होत्रा सदन में नहीं पहुंचे। प्रश्नकाल में दो ही सवाल हो पाए। विधायक सुरेश राज्य ने ग्वालियर जिले में मनरेगा में अनियमितता का मुद्दा उठाया तो विधायक जयवर्धन सिंह गुना जिले के राघोगढ़ के महाविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति और छात्रों के प्रवेश का मुद्दा उठाया। पूर्व में इस मामले में सदन में जो जानकारी दी गई थी वह गलत थी। इस पर उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने गलती मानी और गलत जानकारी देने वाले अधिकारी को निलंबित कर दिया।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में खाद संकट का मामला उठाया तो मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्लादेश का मुद्दा उठा दिया। विपक्ष ने विषय बदलने पर सदन में शोर शराबा शुरू कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष वेतन भत्ता संशोधन और नेता प्रतिपक्ष वेतन भत्ता संशोधन अधिनियम 2024 पुनर्स्थापना विधेयक पेश किया। दोनों ही प्रस्ताव पर अनुमति दी गई। धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने मैहर के मां शारदा देवी मंदिर पुनर्स्थापना संशोधन विधेयक 2024 पेश किया। इस पर भी अनुमति दी गई।