MP: विधानसभा का मानसून सत्र, कांग्रेस ने उठाया जनप्रतिनिधियों पर हमले का मुद्दा

विधानसभा में कांग्रेस ने जनप्रतिनिधियों पर हमले का मुद्दा उठाया , नेता प्रतिपक्ष ने अभय मिश्रा, सेना पटेल और आरिफ मसूद का मामला उठाए हुए कहा कि बीजेपी जनता की आवाज दबाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री जी, आपको सदन के सदस्यों को संरक्षण देना पड़ेगा।
विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने जनप्रतिनिधियों पर हमले के मामलों में कार्रवाई नहीं होने की बात कही। कांग्रेस विधायकों पर झूठे मुकदमे दर्ज होने का सवाल उठाया। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वाणिज्य कर विभाग से संबंधित पत्रों को पटल पर रखने का काम शुरू कर दिया। इस पर कांग्रेस विधायक भड़क गए और सदन से वॉक आउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- जिस प्रकार सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ पुलिस पर दबाव बनाकर केस बनवाए जा रहे हैं, ये स्पष्ट है कि बीजेपी जनता की आवाज दबाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री जी, आपको सदन के सदस्यों को संरक्षण देना पड़ेगा। नहीं तो हमें इनके विधानसभा क्षेत्रों में घेराव और आंदोलन करना पड़ेगा। सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ेगी तो सरकार जिम्मेदार होगी। नेता प्रतिपक्ष ने इस दौरान कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा, सेना पटेल और आरिफ मसूद के मामले उठाए।
वही कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने कहा जो सरकार के खिलाफ बोलते है उन्हें फंसाने का काम किया जा रहा है। चुरहटा थाने में 36 घंटे तक प्रदर्शन के दौरान हितानन्द शर्मा और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का नाम लेकर धमकियाँ दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई , हमें जीने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है।
कुल मिलाकर विधानसभा का दूसरा दिन हंगामेदार रहा और कांग्रेस विधायकों ने हर मोर्चे पर सरकार की घेराबंदी की।