Indore: शनि जयंती पर्व पर भक्तिभाव, जूनी इंदौर मंदिर में दर्शन का सिलसिला

6 जून यानि गुरूवार को देशभर में शनि जयंती का पर्व भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है. मान्यता है कि, जो भी ज्येष्ठ महीने की अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा करता है. उस पर शनिदेव की कृपा होती है. ऐसे में इंदौर के बेहद प्राचीन जूनी इंदौर स्थित शनि मंदिर में भगवान के दर्शन और पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं.
शनि जयंती के अवसर पर सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शनि मंदिर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो पूरा दिन चलता है. इस दौरान दूर-दराज से श्रद्धालु शनि देव के दर्शन पाने मंदिर पहुंचे थे. शनि जयंती के अवसर पर प्रात: दूध और जल से शनि देव का अभिषेक किया जाता है. उसके बाद प्रतिमा को 16 श्रृंगार से सजाया जाता है. श्रृंगार के बाद शनि महाराज का रूप आकर्षक लगता है.
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि शनि देव कर्म के आधार पर व्यक्ति को फल प्रदान करते हैं। इसके तहत अच्छे कर्म वाले व्यक्ति को अच्छा फल तो वहीं बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को दंड देते हैं। किसी भी व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा व्यक्ति को रंक से राजा बना देता है, वहीं शनि का दुष्प्रभाव राजा को भी रंक बना देता है।
अक्सर मंदिरों में शनि महाराज की प्रतिमा बिना किसी श्रृंगार के काले रंग की देखने को मिलती है. यहां का नजारा बिल्कुल अलग है. इंदौर के प्राचीन जूनी शनि मंदिर में शनि महाराज पूरे 16 श्रृंगार के साथ विराजीत रहते हैं.