Indore: माँ को याद कर मंच पर भावुक हो गए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, बहुओं से जुड़ा किस्सा सुनाया

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपनी बहुओं का किस्सा सुनाते हुए अपनी माँ स्वर्गीय काकीजी को याद कर मंच पर रो पड़े। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जैन संतों की सेवा करते हुए माँ से जुड़े संस्कारों को याद कर रहे थे.
जिन शासन रत्न श्री जिनचन्द्रसागर सूरीश्वरजी के प्रथम वार्षिक पुण्य स्मरण के निमित्त मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के आंगन में गुरु समर्पण उत्सव का आयोजन किया गया , इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सपरिवार जैन संत जैन हेमचन्द्र सागर महाराज, आचार्य महेंद्रचंद सागर महाराज, जयचंद सागर महाराज, वैरागचन्द सागर महाराज का आशीर्वाद लिया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपनी माँ स्वर्गीय काकीजी और बहुओं से जुड़ा किस्सा साझा कर रहे थे , मंत्री कैलाश ने कहा कि मेरी बहु घर में सलवार सूट पहनना चाहती थी, जब मेने माँ से कहा तो उन्होंने न तो मना किया और न ही हां कहा, उनके संस्कार थे कि सिर से पल्लू नहीं हटना चाहिए। और मेरी बहु आज भी उन संस्कारों को लेकर चल रही है।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का ये किस्सा सुन जैन संत भी भावविभोर हो गए और उन्होंने कहा कि फिल्मो में कहा जाता है कि झुकेगा नहीं, लेकिन जो झुकेगा वो उगेगा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हमेशा झुकते रहते है। हर घर में कैलाश विजयवर्गीय की माँ जैसी माँ होना चाहिए.
इस मौके पर मंच पर विधायक रमेश मेंदोला, नगर निगम सभापति, जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी मौजूद रहे।