Ujjain: महाकाल के दरबार में रो पड़ीं श्रेया घोषाल, बोली-शब्दों में नहीं बता सकती अनुभव

अपनी मधुर आवाज़ के लिए प्रसिद्ध गायिका श्रेया घोषाल ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए. उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया. बाबा महाकाल के दर्शन कर श्रेया घोषाल भावुक हो गई।
उज्जैन की पावन धरती और भगवान महाकाल का दरबार, जहां हर सुबह गूंजती है मंत्रों की स्वर-लहरियां, जहां भस्म आरती के दर्शन एक अलौकिक अनुभव बन जाते हैं—वहीं आज एक भावुक सुबह का साक्षी बना महाकालेश्वर मंदिर. सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल ने आज बाबा महाकाल के दर्शन कर अपनी आत्मा को भक्ति से सराबोर कर लिया.
सुबह करीब 4 बजे, श्रेया घोषाल मंदिर पहुंचीं और नंदी हॉल में बैठकर दो घंटे तक भस्म आरती का अनुभव लिया. चांदी के द्वार पर माथा टेकते हुए उन्होंने कहा, “मैं अपने अनुभव को शब्दों में बयां नहीं कर सकती. ऐसा लगता है जैसे महाकाल ने खुद मुझे बुलाया हो. आरती के समय दिल की धड़कनें तेज हो गईं, और आंखों में न जाने क्यों आंसू भर आए. यह क्षण मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक है.”उन्होंने आगे कहा, “मंदिर की व्यवस्था अत्यंत अनुशासित और श्रद्धा से परिपूर्ण है. मैं बाबा से यही कामना करती हूं कि वह बार-बार मुझे अपने दरबार में बुलाएं.”
भस्म आरती के दौरान महाकाल को भोग अर्पित किया गया. उनका श्रृंगार रजत मुकुट, रुद्राक्ष की माला, भांग, चंदन और सिंदूर से किया गया. सुगंधित पुष्पों की माला और शेषनाग के मुकुट में सजे बाबा के दर्शन श्रेया घोषाल को जैसे भाव-विभोर कर गए.