MP में आदिवासी वोटर्स पर संग्राम, CM ने सिंघार को दिया करारा जवाब

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही अभी दूर हों, लेकिन आदिवासी वोट बैंक पर सियासी जंग तेज़ हो गई है। धार में भिलाला समाज के सम्मेलन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस नेता उमंग सिंघार को बड़ा जवाब दिया। सीएम मोहन ने आदिवासी समाज से नारा लगवाया— “हम सब भारत माता के लाल, भेदभाव का कहाँ सवाल”। इसे सिंघार के उस बयान का सीधा पलटवार माना जा रहा है जिसमें उन्होंने कहा था — “हम आदिवासी हैं, हिन्दू नहीं”।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही दूर हो लेकिन आदिवासी वोटर्स को साधने की सियासत शुरू हो गई है, सियासत में अब नारे ही चुनावी संदेश बनते दिख रहे हैं। कुछ दिन पहले उमंग सिंघार ने छिंदवाड़ा में आदिवासी समाज के बीच नारा लगवाया था — “गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिन्दू नहीं”। अब मोहन यादव ने धार में इसका जवाब देते हुए भिलाला समाज के सम्मेलन में कहा — “हम सब भारत माता के लाल, भेदभाव का कहाँ सवाल”। सीएम मोहन ने कहा कि भाजपा सबको साथ लेकर चलना चाहती है। उनका ये नारा सीधे सिंघार के बयान के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है।
दरअसल, मुख्यमंत्री शनिवार को धार के किला मैदान में आयोजित जय ओंकार आदिवासी भिलाला समाज के वार्षिक सम्मेलन में पहुंचे। आदिवासी समुदाय ने पारंपरिक वेशभूषा में उनका स्वागत किया। मंच से सीएम ने समाज की कुरूतियों के बहिष्कार की सराहना की और कहा कि दिखावे की परंपरा समाज के लिए तकलीफदेह होती है।
इस दौरान सीएम मोहन यादव ने भिलाला समाज के लिए धर्मशाला और रिसर्च सेंटर कि घोषणा भी की है। उन्होंने बताया कि भगोरिया उत्सव को राजकीय उत्सव का दर्जा दिया जा चुका है और अब होम स्टे योजना से आदिवासी क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण का रास्ता खुलेगा।
कुल मिलाकर, आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने मोर्चे खोल दिए हैं। एक तरफ कांग्रेस पहचान और अस्मिता की राजनीति कर रही है तो दूसरी ओर भाजपा एकता और राष्ट्रवाद के नारे के साथ मैदान में उतर चुकी है। अब साफ है कि आने वाले चुनाव में आदिवासी वोटर्स “निर्णायक भूमिका” में होंगे। और इसी को लेकर सियासी दलों के बीच नारेबाज़ी से लेकर बड़े-बड़े एलान तक का दौर जारी है।