Indore: इंदौर में दूषित पानी पीने से कई बीमार, CM मोहन यादव ने लिया संज्ञान

इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी पीने से एक हफ्ते में करीब डेढ़ सौ लोग बीमार पड़ चुके हैं। सोमवार को ही 35 से ज्यादा लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे और पीड़ितों का हाल जाना, वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तुरंत संज्ञान लिया और प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं।
इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में 24 दिसंबर से लोगों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द और मतली की शिकायत होने लगी थी। रहवासियों के मुताबिक शुरुआत में लोगों ने इसे सामान्य संक्रमण समझा, लेकिन जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ी, स्थिति गंभीर हो गई। अब तक करीब 150 लोग बीमार हो चुके हैं, जिनमें से कई मरीज अस्पताल में भर्ती होकर इलाज के बाद डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। बीमार लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। 20 से अधिक मरीज वर्मा हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जबकि अन्य मरीज त्रिवेणी हॉस्पिटल में इलाजरत हैं।
मामला सामने आने के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और महापौर पुष्यमित्र भार्गव सोमवार देर रात वर्मा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने स्पष्ट कहा कि इलाज का पूरा खर्च प्रशासन वहन करेगा। जिन मरीजों ने इलाज के लिए पैसे जमा करा दिए हैं, उनकी राशि भी वापस की जाएगी।
मंत्री ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि पानी उबालकर ही पिएं और सीधे नल का पानी इस्तेमाल न करें। साथ ही अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जाए। मंत्री ने यह भी कहा कि पानी के दूषित होने के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है,
इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी मरीजों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए, इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न हो और जरूरी दवाइयां, विशेषज्ञ डॉक्टर और सभी संसाधन तुरंत उपलब्ध कराए जाएं।



