एमपी-citiesएमपी-ब्रेकिंगमेरा-देशराजधानी-रिपोर्टविशेष

Indore: पुराने रंग में नजर आए महापौर पुष्यमित्र भार्गव, न्याय मित्र बनकर की पैरवी

इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव पुराने रंग में नजर आए, लंबे समय बाद इंदौर मेयर वकील के रूप में नजर आए और अधिवक्ता गाउन पहनकर ट्रैफिक जाम को लेकर हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान न्याय मित्र के रूप में पैरवी करने पहुंचे, इस दौरान मेयर ने ई-रिक्शा पॉलिसी बनाने,फुटपाथ से कब्जे हटाने और मोबाइल कोर्ट शुरू करने के सुझाव दिए। 

इंदौर के बिगड़े ट्रैफिक को लेकर साल 2019 में लगी एक जनहित याचिका पर मंगलवार को हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें न्याय मित्र के रूप में मेयर पुष्य मित्र भार्गव उपस्थित हुए। शहर के प्रथम सेवक होने के नाते भार्गव ने ई-रिक्शा को लेकर पॉलिसी, को-ऑर्डिनेशन कमेटी और फुटपाथ से कब्जे हटाने सहित मोबाइल कोर्ट शुरू करने के सुझाव दिए।

अधिवक्ता के रूप में महापौर भार्गव ने बताया कि,  सुनवाई में कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर, निगम कमिश्नर सहित संबंधित पक्ष उपस्थित हुए। सभी ने सुनवाई में अपने-अपने सुझाव रखें। उन्होंने ई रिक्शा को लेकर पालिसी बनाने का सुझाव दिया, साथ ही हॉस्टल कोचिंग होटल की पार्किंग को लेकर अलग से नियम बने , पिट पार्किंग का प्रावधान किया जाए इसका सुझाव दिया। 

महापौर ने बताया कि, यातायात के प्रति जागरकता लाने के लिए अवेर्नेस जरुरी हो जिसके लिए सभी विभागों के बीच एक कमिटी बने।  हाई कोर्ट ने सभी सुझावों पर विस्तार से बात की। हमें लगता है कि सभी सुझावों पर अच्छे दिशा निर्देश आएंगे।

बता दें कि हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने मेयर पुष्यमित्र भार्गव को इस मामले में न्यायमित्र नियुक्त कर मदद करने के लिए कहा था। जिसके बाद मेयर को काफी समय बाद वकील के रूप में हाई कोर्ट में लोगों ने देखा। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button