MP: नए साल के पहले दिन महाकाल मंदिर में भक्तों का सैलाब, भस्मारती के हुए चलित दर्शन

उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में 1 जनवरी 2025 बुधवार को नववर्ष के मौके पर सुबह 4 बजे भस्म आरती का आयोजन किया गया। मंदिर के पट खुलते ही पंडितों और पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी देवी-देवताओं की विधिवत पूजन अर्चन किया।इसके बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक और पंचामृत से स्नान कराया गया।
उज्जैन में नए साल की शुरुआत बाबा महाकाल की भस्मारती से की गई। देश भर से आए हजारो श्रद्धालुओं ने भस्मारती में शामिल होकर नए वर्ष की मंगलकामना की। नव वर्ष के अवसर पर बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार किया गया और महाआरती हुई।
ऐसी मान्यता है की बाबा महाकाल की भस्मारती की एक झलक पाने से हर व्यक्ति, विशेष हो जाता है। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में नया साल अनूठे अंदाज में मनाया गया। यहाँ देश के कोने कोने से आए श्रदालुओं ने सुबह तीन बजे महाकाल की भक्ति में लीन होकर अपने नए साल की शुरुआत की। नए साल की पहली सुबह में बाबा महाकाल का पंचामृत अभिषेक हुआ अर्थात दूध, दही, घी, शकर व शहद से बाबा को नहलाया गया। उसके बाद चंदन का लेपन कर सुगन्धित द्रव्य चढ़ाए और भाँग से श्रृंगारित किया गया। इस बीच पंडितो द्वारा मंत्रोचारण किए गए। फिर बाबा को श्वेत वस्त्र ओढ़ाकर भस्म रमाई गई। भस्मिभूत होने के बाद झांझ-मंजीरे, ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्मार्ती की गई।
नए साल की भस्मारती में शामिल होने आए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया। किसी ने अपने परिवार की सुख शांति के लिए कामना की तो किसी ने देश के अमन चेन एवं समृद्धि को लेकर मत्था टेका। भक्तों की भीड़ ज्यादा होने की वजह से भस्मारती के चलित दर्शन व्यवस्था की गई , वही सुरक्षा के लिहाज से शासन प्रशासन तैनात नजर आया।