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Indore: तिरुपति के प्रसाद में मिलावट से गुस्सा संत समाज, रैली निकालकर जताया विरोध

तिरुपति बालाजी मंदिर के महाप्रसाद में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी मिलाने के खुलासे के बाद इंदौर में संत समुदाय सड़क पर उतर आया, शहर की सड़कें भगवा पताकाओं से पट गई, संत समाज की मांग है कि करोड़ों सनातनियों की आस्था से खिलवाड़ करने वाले जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

जिस तिरुमला तिरुपति देव स्थानम के भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन की चाहत हर सनातन व्यक्ति को रहती है उस पवित्र तीर्थ के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती रही है, ये खुलासा आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने किया तो पूरे देश के सनातन धर्मावलंबी सन्न रह गए।

इस खुलासे के बाद संत समुदाय आक्रोश मे है, इंदौर में श्री लक्ष्मी वैंकटेश देव स्थान छत्रीबाग से धर्मो रक्षति रक्षितः ज्ञापन यात्रा निकाली गई। ये यात्रा अनंत श्री विभूषित श्रीमद् जगदगुरु रामानुजाचार्य नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज के सान्निध्य में निकली। जिससे पूरा शहर भावामय हो गया। स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज ने सनातनियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर अगर हमारी आवाज को नहीं सुना और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो इस बार दशहरे पर रावण नहीं , राजनेताओं को चौराहे पर खड़ा करके जला देंगे। 

इंदौर के सभी व्यापारी संगठन सभी सामाजिक संगठन के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों ने भी ज्ञापन यात्रा का समर्थन दिया। इंदौर शहर के प्राचीन तम देव स्थानों, उज्जैन से रंगनाथाचार्य महाराज पुष्य मार्गी वाग्धीश बाबा, दिव्येश बाबा, गोकुलोत्सव, वीर बगीची के पवनानंद महाराज, दत्त माउली संस्थान के अण्णा महाराज, अन्नपूर्णा आश्रम के संत जयेंद्रानंद गिरि महाराज, रणजीत हनुमान मंदिर के पंडित दीपेश व्यास, खजराना गणेश मंदिर के पंडित अशोक भट्ट, हंसदास मठ के पं.पवन शर्मा, गजासीन शनि धाम के महामंडलेश्वर दादू महाराज व शहर के सभी बड़े देवस्थान के द्वारा भी अपने शिष्यों के साथ शामिल होने का आह्वान किया गया था।

सभी संतों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भक्त जनों से आने का आह्वान किया था। यात्रा के लिए बाहर से भी बड़ी संख्या में भक्त इंदौर पहुंचे। यात्रा के लिए युवाओं ने विभिन्न प्रकार के स्लोगन और नारे तैयार किए थे।यात्रा में स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज ने आक्रोश जाहिर करते हुए महापाप करने वालों पर कड़ी कार्रीवाई की मांग भी की और सरकार को चेतावनी भी दे दी।

ये यात्रा छत्रीबाग से शुरू हुई जो जयरामपुर चौराहा होते हुए कलेक्टर ऑफिस पहुंची। यहां मंच पर सभी संतों के द्वारा श्रद्धालुओं को उद्बोधन दिया गया। इसके बाद प्रशासन को नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज ने ज्ञापन सौंपा। यात्रा में भगवा ध्वज पताकाओं के साथ ही साउंड गाड़ी और संत समुदाय के साथ बटुक विद्यार्थी शामिल हुए।

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