MP: यूनियन कार्बाइड का कचरा, कितना खतरा?, CM मोहन यादव ने बताया

यूनियन कार्बाइड के कचरे की पीथमपुर में शिफ्टिंग को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे है , इन सवालों के जवाब देने के लिए खुद सीएम मोहन यादव मीडिया के सामने आए और बताया कि कैसे कचरे को जलाया जाएगा और कैसे नष्ट किया जाएगा। इतना ही नहीं सीएम मोहन ने कांग्रेस नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर राजनीतिकरण न करे, प्रश्न उठाने वालों के पाप के किस्से बताने पड़ेंगे।
नए साल पर राजधानी भोपाल को यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे से जरूर निजात मिल गई लेकिन इंदौर और पीथमपुर की सांसे फूलने लगी है , जी हाँ यूनियन कार्बाइड के 337 टन जहरीले कचरे को जलाने के लिए पीथमपुर शिफ्ट किया गया है , पीथमपुर में इसे लेकर विरोध हो रहा है , मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक जहरीले कचरे की खबरे तेज है। वही तमाम सवालों और आशंकाओं का जवाब देने के लिए सीएम मोहन यादव खुद मिडिया के सामने आए और कहा कि रासायनिक कचरे का निष्पादन वैज्ञानियों से ही कराया जा रहा है। इसमें सभी मानकों का पालन हो रहा है। भारत सरकार की कई संस्थाओं के द्वारा कचरे का परीक्षण किया गया है। कचरे के परीक्षण की रिपोर्ट हाई कोर्ट में प्रस्तुत की गई थी।
मोहन यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ आज तीन बजे प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बैठक करेंगे और सभी शंकाओं का समाधान करेंगे। कचरा जलाने से ना तो पर्यावरण कोई कोई नुकसान होगा और ना ही भूजल प्रभावित होगा। समस्त अध्ययन के बाद ही कार्रवाई की जा रही है।
कांग्रेस द्वारा उठाई जा रही आपत्तियों पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पीथमपुर को लेकर आवाज उठा रहे हैं और भोपाल को लेकर अभी तक कोई बात नहीं की। कांग्रेस की सरकार में ही ये त्रासदी हुई है। कांग्रेसी दोमुही राजनीती करती है , पीथमपुर में विरोध करते है और भोपाल में कुछ नहीं कहते है । कांग्रेस नेताओं के आकाओं ने ही ये जहरीला पानी भोपाल पहुंचाया था।
कुल मिलाकर सीएम मोहन यादव ने तमाम तथ्यों और रिपोर्ट के आधार पर मीडिया के सामने जनता को बताया कि यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को बड़ी सावधानी और सूझबूझ के साथ जलाया जाएगा जिससे न तो जनता पर असर पड़ेगा और न ही पर्यावरण प्रभावित होगा।