MP में दुनिया का आठवां अजूबा, ओंकारेश्वर में तैरता हुआ सोलर प्लांट तैयार

MP में दुनिया का आठवां अजूबा बनकर तैयार हो गया है , जी हाँ खंडवा में विश्व का सबसे बड़ा तैरता हुआ सोलर प्लांट बनकर तैयार हो गया है और बिजली उत्पादन भी करने लगा है, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने माँ नर्मदा की गोद में तैरते हुए इस सोलर प्लांट का निरिक्षण किया। अब मंत्री राकेश शुक्ला पीएम मोदी को भी बुलाने की तैयारी में है.
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में एक नया आयाम रचा है। आस्था और अध्यात्म की नगरी में ओंकारेश्वर में माँ नर्मदा की गोद से बिजली पैदा हो रही है। यहाँ विश्व का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की एक यूनिट बनकर तैयार हो गई है। प्रथम चरण का काम पूरा हो गया और बिजली सप्लाई शुरू हो गई , प्रदेश के नवीन और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने नर्मदा की लहरों से होते हुए सोलर प्लांट का निरिक्षण करने पहुंचे और बिजली उत्पादन को देखा। उन्होंने कहा की, 530 मेगावाट के तैरते सोलर पावर पार्क में से प्रथम चरण में 278 मेगावाट का काम पूरा हो चूका और बिजली सप्लाई शुरू हो चुकी है।
ये प्लांट पूरी तरह स्वदेशी है और इसकी पूरी मेनुफेक्चरिंग इंदौर में हुई है। विश्व के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में से एक और ऐसा का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। पीएम मोदी के ग्रीन एनर्जी के ड्रीम को पूरा करने में मध्यप्रदेश अपनी बड़ी भूमिका निभा रहा है। लिहाजा इस नायब अजूबे पर पीएम नरेंद्र मोदी की विजिट कराने के लिए मंत्री राकेश शुक्ला ने प्रयास शुरू कर दिए है। मंत्री शुक्ला ने कहा की, ये सोलर प्लांट एक अजूबा है।
मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा की, सोलर प्लांट के लिए जमीन बहुत लगती है , एक मेगावाट के लिए दो हेक्टेयर जमीन की जरूरत होती है , ऐसे कब तक जमीन अधिग्रहण करते रहेंगे , लिहाजा बदलते दौर में पानी पर फ्लोटिंग सोलर प्लांट बनाने से न तो पर्यावरण को नुकसान है और न ही पानी का वाष्पीकरण होगा।
यह विश्व का सबसे बड़ा पानी पर तैरता हुआ सोलर फ्लोटिंग प्लांट है, जिसे ओंकारेश्वर डैम के बैकवॉटर पर बनाया जा रहा है। इस सोलर प्लांट से करीब 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएग।