MP: रानी दुर्गावती की राजधानी सिंग्रामपुर में मोहन सरकार, रच दिया इतिहास

MP के तिहास में पहले बार ओपन एयर कैबिनेट बैठक आयोजित कर मोहन सरकार ने इतिहास रच दिया, रानी दुर्गावती की जयंती पर खुले आसमान के नीचे बेठकर मोहन सरकार ने न सिर्फ कई अहम् प्रस्तावों को मंजूरी दी बल्कि वीरांगना की राजधानी सिंग्रामपुर को भारत के नक़्शे में फिर से लोक्रपिय कर महिला सशक्तिकरण का बड़ा सन्देश भी दिया।
मुख्यमंत्री की कुर्सी सँभालने के बाद से ही सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने मातृ शक्ति को सम्मान देते हुए स्वतंत्रता संग्राम, सुशासन, साहस जैसे क्षेत्रों में राष्ट्र के लिए योगदान देने वाली वीरांगनाओं, शासिकाओं की स्मृति में कई तरह के नवाचार कर रहे है। लेकिन इस बार मोहन सरकार ने ऐसा कुछ किया कि एमपी का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। तस्वीरों में ये नजारा है वीरांगना रानी दुर्गावती की प्राचीन राजधानी सिंग्रामपुर का, जहाँ पूरी मोहन सरकार रानी दुर्गावती के किलेनुमा पांडाल में खुले आसमान के नीचे बैठी और कैबिनेट बैठक आयोजित की।
वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती है ,मध्यप्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल , शासन , प्रशासन सिंग्रामपुर में ओपन-एयर में कैबिनेट मीटिंग के लिए बैठक, कैबिनेट की ये बैठक रानी दुर्गावती के सुशासन, उनकी कार्यकुशलता और महिलाओं के सशक्तिकरण से प्रेरित है। इस बैठक का डिजाइन रानी दुर्गावती के किले की भव्यता को प्रतिबिंबित करता है। जिसमें एक किलानुमा प्रवेश द्वार और शिव मंदिर भी शामिल हैं। यह बैठक रखने का मोहन सरकार का उद्देश्य आदिवासियों का उत्थान और सिंग्रामपुर से सटे हुए इलाकों का विकास और पर्यटन को बढ़ावा देना साथ ही आदिवासियों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना है।
यहां की आर्किटेक्चरल छत और दीवारें रानी के जीवन की संपूर्ण यात्रा को जीवंत रूप से पेश कर रही है। इसमें नारी युद्ध, प्रगतिशील शासन और महिलाओं के सशक्तिकरण में उनकी अहम भूमिका को खासतौर से उजागर किया गया। कुल मिलाकर इस बैठक के जरिए मोहन सरकार ने एक तीर से कई निशाने साध लिए है।