MP के कोचिंग सेंटर्स सावधान हो जाएं!, दिल्ली हादसे के बाद ACTION में CM मोहन

दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव एक्शन में है, और प्रदेश के सभी लापरवाह कोचिंग संस्थानों को सरकार ने सील करना शुरू कर दिया, इसकी शुरआत इंदौर भोपाल और ग्वालियर से हुई, सीएम मोहन ने अफसरों से बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों की रिपोर्ट मांगी है।
दिल्ली की IAS एकेडमी के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स की मौत के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव कड़े एक्शन की तैयारी में है, आलम ये है कि सीएम मोहन की पैनी नजर अब उन संस्थानों पर है जो बेसमेंट में चल रहे है, या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है। इतना ही नही, सूबे के लापरवाह संस्थानों पर ताबड़तोड़ कार्रीवाई के लिए मोहन ने अफसरों को तलब किया है कि वे ऐसे सभी कोचिंग संस्थानों की रिपोर्ट सरकार को पेश करे जो बेसमेंट में चल रहे है।
मोहन के निर्देश के बाद मध्यप्रदेश में भी कोचिंग संस्थानों पर सख्ती शुरू हो गई है। भोपाल में बेसमेंट में चल रहीं 7 कोचिंग और दफ्तरों को सील कर दिया गया। वहीं, इंदौर में 17 संस्थानों पर कार्रवाई की गई। इनमें 13 लाइब्रेरी बेसमेंट में और 4 कोचिंग प्लाईवुड की छत के नीचे संचालित हो रही थीं। ग्वालियर में भी तीन संस्थानों को सील किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को दिल्ली की घटना से सबक लेते हुए कलेक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए थे। सीएम ने कहा था, ‘यह गंभीर घटना है और एमपी में ऐसी स्थितियों से निपटने के निर्देश कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को दिए गए हैं। कलेक्टर जिलों में किए गए इंतजामों की प्राथमिक रिपोर्ट जल्दी ही देने वाले हैं।मध्यप्रदेश शासन ने सभी 16 नगर निगम कमिश्ररों से भी बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों, धर्मशालाओं की रिपोर्ट मांगी है।