Ujjain: उज्जैन में पुरी सा नजारा, CM मोहन यादव ने खींचा भगवान जगन्नाथ का रथ

उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इस्कॉन मंदिर और खाती समाज की जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल हुए, मुख्यमंत्री ने कहा उज्जैन के इस्कॉन मंदिर की अब तक की सभी जगन्नाथ यात्रा में शामिल हुए है। उज्जैन के इस्कॉन मंदिर की स्थापना से लेकर देश के तीन बड़े इस्कॉन मंदिर में उज्जैन का इस्कान मन्दिर शामिल होने तक उन्होंने सेवा की है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल होने आज उज्जैन पहुंचे। वे रतलाम से सीधे हवाई मार्ग से उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने सर्वप्रथम खाती समाज की प्रतिवर्ष निकलने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होकर पूजन अर्चन किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का काफिला इसके बाद इस्कॉन मंदिर की जगन्नाथ रथ यात्रा में पहुंचा। वे सीधे कालिदास अकादमी पहुंचे यहां उन्होंने भगवान जगन्नाथ का पूजन अर्चन किया।
मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरे कृष्णा और जय जगन्नाथ के जयकारे लगाए। मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जब वे विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष थे तब उन्होंने वर्ष 2004 में इस्कॉन मंदिर के लिए भूखंड आवंटित करवाकर उज्जैन में इस्कॉन का इंटरनेशनल सेंटर बनवाया ताकि विश्व के सभी भक्त उज्जैन से जुड़े। आज 20 साल से अधिक समय हो गया है उज्जैन का इस्कॉन सेंटर देश के तीन बड़े सेन्टर में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में जब से इस्कॉन मंदिर द्वारा जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू की गई है तभी से वह प्रतिवर्ष इस यात्रा में शामिल होते हैं और उन्हें भगवान की सेवा करने का मौका मिलता है।
दरअसल, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा देश भर में निकाली गई. लेकिन बात मध्य प्रदेश के उज्जैन की करें तो यहां हर एक पर्व का अलग ही आनंद है. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में संध्या आरती के दौरान भगवान महाकाल का जगन्नाथ स्वरूप में श्रृंगार हुआ. इस्कॉन मंदिर की रथ यात्रा में ड्रोन से फूलों की वर्षा हुई. डमरू की धुन पर भक्त रथ खींचते कीर्तन करते नजर आए.