Ujjain: देशभर में महाशिवरात्रि की धूम, भगवान महाकाल के दर्शन का सिलसिला

देश भर में महाशिवरात्रि की धूम है। शिवरात्रि पर्व के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में तडके तीन बजे विशेष पंचामृत अभिषेक और भस्मारती पूजन किया गया। बाबा की भस्मारती में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु महाकाल मंदिर में पहुँचे। शिवरात्रि पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए महाकाल मंदिर में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु आने की सम्भावना है।
यूँ तो महाशिवरात्रि का पर्व देश भर में मनाया जाता है परन्तु बाबा महाकाल कि नगरी उज्जैन में इस पर्व कि बात ही कुछ खास है। प्रात: 3 बजे बाबा महाकाल की भस्म आरती की गई। इससे पहले बाबा को पंचामृत अर्थात दूध, दही, घी, शकर व शहद से नहलाया गया। तत्पष्चात चंदन का लेपन कर सुगन्धित द्रव्य चढ़ाए गए। बाबा की प्रिय विजया (भाँग) से भी उन्हें श्रृंगारित किया गया। इसके पष्चात बाबा को श्वेत वस्त्र ओढ़ाया गया और फिर प्रारंभ हुई बाबा को भस्म रमाने की प्रक्रिया। भसि्मभूत होने के बाद झांझ-मंजीरे, ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्मार्ती की गई।
उज्जैन में भगवान शिव भूतभावन महाकाल रूप में विराजित हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केवल यही ज्योतिर्लिंग है। जिसकी मुद्रा दक्षिणमुखी है। पूरी तरह से भगवान महाकालेश्वर के रंग में रंगे इस शहर की सुबह-शाम ऐसी लगती है, मानो स्वयं विधाता ने इसे अमृत की बूँदों से नहलाकर सजाया-सँवारा हो। और यही वे बाबा महाकाल हैं जिन पर नित्य भस्म चढ़ाई जाती है।