MP: नेशनल हेराल्ड केस ED की पहली चार्जशीट से सियासत गर्म, VD शर्मा ने दिखाया आईना

नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के एक्शन पर मध्य प्रदेश में भी सियासत गरमा गई है। कांग्रेस प्रदेश भर में जिला या तहसील मुख्यालय के बड़े सरकारी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन कर रही है, जिसे लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा की कांग्रेस को प्रदर्शन करने का नैतिक अधिकार नहीं है। ये सब कांग्रेस सरकार में ही शुरू हुआ था।
प्रवर्तन निदेशालय ED ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं। जिसे लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा नेशनल हेराल्ड मामले की शुरुआत 2012 में कांग्रेस की सरकार में हुई थी। नेशनल हेराल्ड मामले में 2013 में कांग्रेस की सरकार में केस दर्ज हुआ। राहुल गाँधी सोनिया गाँधी और सैम पित्रोदा के नाम आए ये सब कांग्रेस सरकार में हुआ , ये किसका षड्यंत्र था। कांग्रेस को राजनीती करने का कोई औचित्य नहीं बनता।
वीडी शर्मा ने कहा कि. छह दशकों तक कांग्रेस की सरकार रहने के बाद भी नेहरू द्वारा स्थापित अख़बार कैसे घाटे में आए जिससे उन्हें बंद करना पड़ा , क्या कांग्रेस ने समर्थन नहीं किया। नेशनल हेराल्ड के 90 प्रतिशत शेयर यंग इंडिया कम्पनी को ट्रांसफर कर दिए गए। जिसके शेयर होल्डर सोनिया राहुल है। जो अख़बार आजादी के आंदोलन में लड़ने वालों की आवाज को मजबूत करने के लिए था , उसे अपने निजी व्यापर में बदल दिया।
वीडी शर्मा ने सवाल किया कि क्या कानून को अपना काम नहीं करना चाहिए, कांग्रेस को किसी प्रकार का धरना प्रदर्शन आंदोलन करने का नैतिक अधिकार नहीं है , मोदी की सरकार है संवैधानिक संस्थान नियम और कानून के तहत काम करेगी। राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी को तकनिकी रूप से जवाब देना चाहिए।
कुल मिलाकर नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के एक्शन पर मध्य प्रदेश में भी सियासत गरमा गई है। कांग्रेस पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है वही बीजेपी भी इसे लेकर कांग्रेस से कड़क सवाल पूछ रही है।