Indore में संस्था करुणा सागर का अनूठा नवाचार, अब अंतिम संस्कार में नहीं होगा फूलों का प्रयोग

सफाई में नंबर वन इंदौर के पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए संस्था करुणा सागर अनूठी पहल कर रही है। शव यात्रा में फूलों की माला की बजाय लकड़ी के फूलों की माला प्रयोग करने की पहल। संस्था के संयोजक राजू सागर ने ये अनूठी पहल की है।
स्वच्छ एवं स्वास्थ्य इंदौर का सन्देश देने वाला इंदौर अब पर्यावण को भी शुद्ध करने निकल पड़ा है। दिलचस्प बात ये है कि पर्यावरण को प्रदुषण से बचाने के लिए सामाजिक संस्थाए आगे आ रही है। ऐसी ही अनूठी पहल की है संस्था करुणा सागर ने, ये संस्था शव यात्राओं में फूलों की माला की बजाय लड़की के फूलों की माला उपलब्ध कराएगी। खास बात ये है कि लड़की के फूलों की इस माला को किसी भी धर्म के लोग अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में प्रयोग कर सकते है। संस्था के संयोजक राजू सागर ने कहा कि पंचकुइयां मुक्तिधाम के भूतेश्वर मंदिर से ये माला मिलना शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे पुरे शहर में लकड़ी के फूलों की माला उपलब्ध कराई जाएगी।
बता दे कि सागर ज्यूस के मालिक और करुणा सागर संस्था के संयोजक राजू सागर अपने पिता के उठावने पर श्रद्धांजलि के लिए फूलों की बजाय अनाज का प्रयोग किया था जो कि शहर में कई जगह ये प्रचलन चला। वही अब अंतिम संस्कार में लकड़ी के फूलों का प्रयोग करने की संस्था करुणा सागर की ये अनूठी पहल शहर के पर्यावरण को शुद्ध करने में काफी कारगर साबित होगी.