Indore: लहसुन मंडी में किसानों का हंगामा, नीलामी कराई बंद

दाम कम मिलने से आक्रोशित किसानों ने शनिवार को भी कुछ समय के लिए लहसुन मंडी बाधित कि, किसान आढ़तियों के माध्यम से अपनी उपज बेचने की मांग कर रहे है, एक घंटे से अधिक समय तक बाधित रही सरकारी लहसुन मंडी ज्ञापन सौंपने के बाद प्रारंभ हो पाई।
इंदौर की सरकारी लहसुन मंडी में एक दिन में करीब पांच हजार रुपए प्रति क्विंटल तक दाम टूटने से अपनी उपज लेकर पहुंचे किसानों ने शुक्रवार को मंडी के गेट बंद कर दिए थे। किसानों के हंगामे के बाद एसडीएम, तहसीलदार और मंडी के वरिष्ठ अधिकारी किसानों के बीच पहुंचे, उन्होंने समझाइश देकर मंडी प्रारंभ कराई थी, लेकिन शनिवार को मंडी खुलते ही किसानों ने फिर हंगामा कर दिया और नीलामी प्रक्रिया बंद करा दी।
किसानों का कहना है की एक दिन में 5000 प्रति क्विंटल दाम कम कर दिए जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है उन्होंने प्राइवेट मंडी में अपनी उपज बेचने की छूट देने की मांग भी की इस बीच किसानों ने मंडी में हो रही चोरी की वारदातों का मुद्दा भी उठाया।
वंही इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह बताया की मंडी में किसानों से चर्चा की जारही है कुछ व्यापारियों के नाम भी सामने आए है जांच के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी
इस संबंध में जब मंडी सचिव नरेश परमार से चर्चा की गई तो उनका कहना था की प्रदेश की सभी मंदिरों में लहसुन के दाम कम हुए हैं जहां तक प्राइवेट मंडी में लहसुन की उपज बेचने की मांग है इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का स्टे है, कोर्ट के निर्देशानुसार सरकारी मंडी में लहसुन की नीलामी कराई जा रही है। हंगामे की सूचना के बाद तहसीलदार नारायण नंदेड़ा मौके पर पहुंचे,उन्होंने किसानों से चर्चा की, किसानों ने अपनी मांगों के संबंध में मंडी सचिव और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा हे दो दिनों से किसानों के हंगामे के कारण लेवाली कमजोर हो गई और मंडी में लहसुन की आवक भी प्रभावित हुई है।