Indore: हवाई यात्रियों के लिए GOOD NEWS!, एयरपोर्ट पर अब लाइन में लगने की झंझट ख़

इंदौर हवाई यात्रियों के लिए गुड न्यूज़ है। इंदौर एयरपोर्ट पर अब डॉक्युमेंट दिखाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। जी हाँ देवी अहिल्या एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा सुविधा शुरू हो गई है। केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इसका शुभारंभ कर दिया है। अब पैसेंजर को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। सिर्फ चेहरा स्कैन होते ही एंट्री मिल जाएगी।
इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर यात्रियों की सुविधा के लिए डीजी यात्रा सेवा का आज से औपचारिक उद्घाटन किया गया। यह उद्घाटन केंद्रीय उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने विशाखापट्टनम से वर्चुअली किया। इंदौर में इस समारोह में सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
देश के प्रमुख एयरपोट्र्स पर यात्रियों की सुविधा के लिए करीब दो साल पहले डीजी यात्रा सेवा शुरू करने का फैसला लिया था। जिसके तहत एयरपोर्ट पर यात्रियों को पहचान संबंधित दस्तावेज दिखाने के बजाए बायोमैट्रिक जांच के जरिए ही सिर्फ चेहरा दिखाने पर जांच हो जाती है। आज उड्डयन मंत्री ने विशाखापट्टनम एयरपोर्ट सहित देश के कुल 9 एयरपोर्ट पर इस सेवा की शुरुआत की। इंदौर में हुए समारोह में टर्मिनल में बड़ी स्क्रीन लगाकर मंत्री ने वर्चुअली ही सेवा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर यात्रियों को इस सेवा की जानकारी दी गई और
कई यात्रियों ने इस सेवा का प्रयोग कर प्रवेश लिया।
इंदौर एयरपोर्ट पर डीजी सेवा का 15 दिन से ट्रायल चल रहा था जिसके बाद आज से ये सुविधा शुरू हो गई है। एयरपोर्ट डायरेक्टर वीके सेठ ने बताया कि एंट्री गेट पर एक मिनट तक का समय लगता था वो समय कम हो गया। यात्री का कोई डाटा पब्लिक नहीं होता है। 24 घंटे के अंदर डाटा डिलीट हो जाएगा।
सांसद शंकर लालवानी ने पीएम मोदी को धन्यवाद् देते हुए कहा कि लम्बे समय से डीजी यात्रा की मांग थी जो अब शुरू हो गई है। इस सुविधा से पैसेंजर की समय की बचत होगी। लाइन से छुटकारा मिलेगा और चेहरा स्कैन होते ही प्रवेश मिल जाएगा।
कुल मिलाकर इस सेवा के शुरू होने से यात्री एयरपोर्ट के एंट्री गेट से लेकर सिक्यूरिटी होल्ड एरिया और बोर्डिंग गेट पर बिना पहचान दस्तावेज दिखाए सीधे प्रवेश कर सकेंगे। उनकी पहचान उनकी आंखों से बायोमैट्रिक के जरिए सिस्टम में दर्ज डेटा जो आधार से जुड़ा होगा, के जरिए हो जाएगी। इससे जांच में लगने वाला समय आधे से भी कम हो जाएगा और एयरपोर्ट पर यात्रियों की कतारें भी कम हो जाएंगी।