MP: देश में पहली बार पालतू बिल्लियों में मिला बर्ड फ्लू वायरस, 622 की मौत

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में बर्ड फ्लू की दहशत बरकरार है। देश में पहली बार यहां पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू का वायरस मिला है। यह वायरस चिकन के जरिए उनमें पहुंचा था। जिन दुकानों से लाकर पालतू बिल्लियों को चिकन खिलाया जा रहा था, जांच में वहां की मुर्गियों में बर्ड फ्लू वायरस मिला है। वायरस से अब तक जिले में 622 बिल्लियों की मौत हो चुकी है।
छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू से पालतू बिल्लियों की मौत के बाद चिंता बढ़ गई है. प्रशासन ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। 30 दिन के लिए मटन-चिकन और अंडों की खरीदी-बिक्री पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही संक्रमित क्षेत्र की सभी मटन और चिकन की दुकानों को सील कर दिया गया है.
दरअसल, जिले में पिछले दिनों करीब 18 बिल्लियों की मौत हो गई थी. जिसके बाद 15 जनवरी को 4 और 22 जनवरी को 3 बिल्लियों के सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी भेजे गए थे। 31 जनवरी को आई रिपोर्ट में इनमें से दो पालतू बिल्लियों के सैंपल H5N1 पॉजिटिव मिले थे. देश में ऐसा पहली बार है, जब घरेलू बिल्लियों में बर्ड फ्लू पाया गया है.
कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने इस पोल्ट्री फार्म के आसपास 10 किलोमीटर का क्षेत्र संक्रमित घोषित किया है। जिले में लगातार बिल्लियों की मौत के बाद जागे प्रशासन ने जब बर्ड फ्लू के वायरस की जांच कराई तो पता चला कि बिल्लियों में बर्ड फ्लू का वायरस पॉजिटिव है। शनिवार को मोहखेड़ क्षेत्र के एक पोल्ट्री फार्म से जांच के लिए भेजे गए मुर्गियों के सैंपल पॉजीटिव आ गए हैं। जिसके चलते पूरे जिले में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिस पोल्ट्री फार्म के सैंपल पॉजीटिव आए हैं वहां अंडे और मुर्गियों को नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है।
हालाँकि, कलेक्टर का कहना है कि फ़िलहाल छिंदवाड़ा पूरी तरह सेफ है डरने वाली कोई बात नहीं है , स्वास्थ्य विभाग स्तिथि पर नजर बनाए हुए है।