MP में बंद सरकारी और प्राइवेट अस्पताल, कोलकाता डॉक्टर केस का आक्रोश
कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप मर्डर केस के विरोध में मध्यप्रदेश के डॉक्टर हड़ताल पर है, ऐसे में सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प पड़ गई। कई अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी सुविधा चालू है।
कोलकाता रेप-मर्डर केस के विरोध में अब जूनियर डॉक्टरों के साथ मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन MTA, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMAके बाद अब नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन NIMA मध्यप्रदेश, एमपी नर्सिंग होम एसोसिएशन, एमपी डेंटल एसोसिएशन सहित कई एसोसिएशन ने मैदान पकड़ लिया है। खास बात यह कि 17 अगस्त को भी सारे सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर ओपीडी में केस नहीं देखेंगे। इसी तरह सभी प्राइवेट डॉक्टर सुबह 6 बजे से लेकर रविवार सुबह 6 बजे तक पेशेंट नहीं देखेंगे। उनके क्लिनिक भी बंद रहेंगे। सिर्फ इमरजेंसी केस ही देखे जाएंगे।
भोपाल में हमीदिया और एम्स के बाद अब निजी अस्पतालों ने भी आज ओपीडी बंद रखी है। प्राइवेट अस्पताल अक्षय हार्ट, नेशनल अस्पताल, सिद्धांता सहित भोपा के कई अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी सुविधा चालू है। इंदौर में एमवाय अस्पताल, टीबी हॉस्पिटल, चाचा नेहरू, एमटीएच, पीसी सेठी, जिला अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों के साथ कंसल्टेंट भी ओपीडी में सेवाएं नहीं देंगे। सरकारी अस्पतालों में कंसल्टेंट भी ओपीडी में सेवाएं नहीं देंगे।
इंदौर में बंगाल की घटना को लेकर डॉक्टरों ने कैंडल पैदल मार्च निकाला और रीगल चौराहे पर गांधी प्रतिमा के सामने जस्टिस फॉर पश्चिम बंगाल के नारे लगाए। कुल मिलाकर डॉक्टरों के बढ़ते आक्रोश से शहर और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प पड़ गई।