MP news: सियासत में सुर्खियां बटोर रहे चेतन्य काश्यप, समाजसेवा से शुरू हुआ सियासी सफर

रतलाम शहर विधायक चेतन्य कश्यप विधायक बनने के पहले समाजसेवा में अग्रणी थे। राजनीति के माध्यम से भी आज भी समाजसेवा में कश्यप आगे है। वर्ष 2004 में लालकृष्ण आडवानी की यात्रा रतलाम आई थी। तब वे राजनीति में आए। विधायक बनने के पहले काश्यप प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हों ने संगठन में रहते हुए भी काफी कार्य किया है। 2013 में करीब 34600 मत हासिल कर पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इसके दो वर्ष बाद राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री) का दर्जा भी मिला था। 2018 में भी इनकी साफ छवि व सभी को साथ लेकर चलने को लेकर पार्टी ने 2018 में फिर से विधानसभा का टिकट दिया। पूरे उज्जैन संभाग में सबसे ज्यादा 43435 मतों से जीत हासिल कर दूसरी बार विधायक बने। कश्यभप के परिवार में मां, पत्नी व दो पुत्र है। दोनों पुत्र मुंबई में रहते हैं।
राजनीति में आने के पहले से ही कश्यप परिवार द्वारा चेतन्य काश्यप फाउंडेशन संचालित किया जाता है जो कि वर्तमान में भी संचालित है। फाउंडेशन के माध्यम से कई निर्धन लोगों को रोजगार सहित रहने की लिए घर भी मुहैया कराए है। रतलाम में अहिंसा घर के नाम से 94 घर बनाकर निर्धन लोगों को रहने के लिए दिए है। साथ ही इनके रोजगार की सुविधा भी मुहैया कराई है। आज तक किसी से कोई विवाद नहीं है, और नहीं कोई आपराधिक रिकॉर्ड है। चेतन्यभ कश्यरप राष्ट्रीय क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष भी रहे हैं।