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MP: छिपकली खा जाता है स्नेक मैन, सांप काटने पर करता है लोगों का पक्का इलाज

आपने कई बार ऐसा सुना होगा या फिर किसी नाटक या फिल्म में देखा होगा की कुछ लोग सांप और छिपकली जैसे जहरीले जानवरों को खास जाते हैं. लेकिन यदी वास्तव में ऐसा हो तो इस पर यकिन करना बेशक मुश्किल होगा. मध्यप्रदेश के सीहोर के पास स्थित आष्टा में कुछ ऐसा ही नजारा देखने मिलता है, जहां सांप और बिच्छु के काटने पर इलाज करने का दावा करने वाले 55 साल के व्यक्ति छिपकली को देखते उसे अपना निवाला बना लेते हैं. इतना ही नहीं ये सांप काटने पर तुरंत पीड़ित का इलाज कर उसे ठिक करने का दावा भी करते हैं.

मध्यप्रदेश के आष्टा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैना गांव स्थित है, जहां के रहने वाले कैलाश बागवान पेशे से बागवानी करने का काम करते हैं, लेकिन सांप और बिच्छु जैसे जहरीले जीव-जंतु यदी किसी को काट लें तो ये उसे ठीक करने का दावा भी करते हैं. बागवान बताते हैं कि, सांप के काटने वाले व्यक्ति को सबसे पहले काटे गए स्थान पर कपड़ा या रस्सी कसकर बांध देनी चाहिए, ताकि रक्त संचार बंद हो जाए। इसके बाद 100 ग्राम शुद्ध घी और 5 ग्राम काली मिर्च पीसकर सर्पदंश पीड़ित को खिला दें। इससे कुछ हद तक जहर फैलने से रुक जाता है, लेकिन मरीज को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाकर पूरा इलाज कराना चाहिए।

कैलाश बागवान ना सिर्फ सांप पकड़ने का काम करते हैं, बल्कि गोयरे और छिपकली जैसे जीव-जन्तु को अपने मुंह में रख लेते हैं. बागवान का मानना है की, 2 दिन तक अगर वह छिपकली ना खाएं तो उन्हें नींद नहीं आती है. बागवान बताते हैं की, वे सर्पदंश के पीड़ितों का इलाज करने राजस्थान समेत अलग-अलग प्रदेशों में पहुंचते हैं, जहां वे पीड़ितों का इलाज करते हैं. इतना ही नहीं उनकी इच्छा थी की वे सर्पदंश का शिकार हुए लोगों के इलाज के लिए अस्पताल बनवाएं, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रह गई.

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