Indore: हिंगोट युद्ध में बरसाए आग के गोले, दोनों दलों ने एक-दूसरे पर फेंके जलते तीर
इंदौर के गौतमपुरा में हर साल दिवाली के दूसरे दिन होने वाले हिंगोट युद्ध में शुक्रवार को 15 लोग घायल हो गए। गांव के रुणजी का तुर्रा दल और कलंगी दल ने अपने शौर्य और साहस का प्रदर्शन किया। दोनों ओर से जलती हुई हिंगोट तीर की तरह फेंकी गईं।
मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर के देपालपुर में वर्षों से चली आ रही परंपरा के मुताबिक शुक्रवार को “आग के गोले” बरसे। दो दलों ने एक-दूसरे पर आग के जलते हुए गोले फेंके जिससे आकाश का नजारा रोमांचकारी हो गया। वहीं, कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर भी है।
इंदौर के देपालपुर तहसील के गौतमपुरा इलाके में वर्षों से परंपरा चली आ रही है कि दीपावली के अगले दिन गौतमपुरा और रुणजी के निवासियों के बीच हिंगोट युद्ध होता है। यह परंपरा युद्ध कौशल के प्रदर्शन को दर्शाती है। इसी क्रम में शुक्रवार को भी कलंगी और तुर्रा दलों के बीच हिंगोट युद्ध हुआ। सुरक्षा-व्यवस्था के लिए प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए थे। एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद रही। स्थानीय विधायक मनोज पटेल भी हिंगोट युद्ध देखने पहुंचे।
दोनों ही दलों ने देवनारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में दर्शक भी मौजूद थे। प्रशासन ने उनकी सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया था।