MP: पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के मन में क्या है?, अपनी ही सरकार को दिखा रहे आईना

BJP के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के एक पोस्ट से सियासी गलियारे में चर्चाएं तेज हो गई है, दरअसल गोपाल भार्गव ने मध्यप्रदेश में बच्चियों से हो रही दुष्कर्म के घटनाओं को लेकर सवाल किया कि क्या हम रावण दहन के अधिकारी है, भार्गव के इस पोस्ट को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे है कि क्या पूर्व मंत्री ने अपनी ही सरकार को आइना दिखाया है।
मध्यप्रदेश में बच्चियों से दुष्कर्मों की घटनाओं को लेकर प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है , इस बीच बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट की है। जिसमें उन्होंने सवाल उठाया कि ‘वर्तमान परिदृश्य में क्या हम रावण दहन के अधिकारी हैं?’ उन्होंने लिखा- नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है, गांव से लेकर शहर तक जगह-जगह देवी जी सहित कन्याओं का पूजन हो रहा है। 5 दिन बाद दशहरा आएगा। देशभर में गांव से लेकर शहरों तक लोग रावण का पुतला दहन करेंगे। आजकल जहां अखबारों में एक तरफ दुर्गा पूजन और कन्या पूजन की खबरें छपती हैं। उसी पेज के दूसरी तरफ 3 साल और 5 साल की अबोध बालिकाओं के साथ दुष्कृत्य और उनकी हत्या करने की खबरें भी लगातार पढ़ने और देखने में आती हैं। मैंने यह भी गौर किया है कि दुनिया के किसी भी देश में मुझे ऐसे समाचार पढ़ने या देखने नहीं मिले।
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की इस पोस्ट को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने तुरंत लपक लिया और सोशल मीडिया X पर लिखा कि गोपाल भार्गव जी, आपको साधुवाद देना चाहता हूँ कि आपने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मध्य प्रदेश में बेटियों के साथ हो रहे अपराधों को स्वीकार किया है। यह मुद्दा भाजपा या कांग्रेस का नहीं है, बल्कि हमारे प्रदेश की बेटियों की सुरक्षा का है, जो हम सभी की ज़िम्मेदारी है। हमें मिलकर ही हमारी बेटियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य बनाना होगा। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि बेटियों के हित में आप भी हमारे ‘बेटी बचाओ अभियान’ में सहभागी बनें और एक संरक्षित और भयमुक्त प्रदेश के निर्माण में अपना योगदान दें।
गौरतलब है कि कैबिनेट में जगह नहीं मिलने और सरकार के मंच पर उचित सम्मान नहीं मिलने से पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की नाराजगी की खबरे लगातार सामने आती रही है , ऐसे में अब सियासी गलियारे में चर्चाए हो रही है कि गोपाल भार्गव ने नवरात्री और कन्या पूजन के बहाने अपनी ही सरकार को आईना दिखाने की कोशिश की है।