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कौन बनेगा MP BJP का नया बॉस, दावेदारों ने दिल्ली में बढ़ाई सक्रियता

मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों के साथ प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है। तमाम दावेदार भोपाल से लेकर दिल्ली तक फेरे लगा रहे हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी इस महीने अपना नया प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर सकती है ।लिहाजा एमपी की सियासी गलियारों में बड़ा सवाल यह है कि आखिर कौन होगा मध्य प्रदेश बीजेपी का नया बॉस। 

मध्यप्रदेश में भाजपा ने आधे से अधिक यानी  करीब दो तिहाई जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए जरूरी कोरम पूरा हो गया है। इसकी वजह से अब यह तय है कि जल्द ही पार्टी में नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए चुनावी प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। प्रदेश के 62 में से अब तक 47 जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा हो चुकी है। इनमें से 16 चेहरों को दोबारा मौका दिया है, जबकि 31 नए चेहरों को मौका मिला है। इनमें पहली बार चार महिलाओं को भी जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। संख्या के हिसाब से देखें तो प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए कोरम पूरा हो गया है। ऐसे में सबका ध्यान अब प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव पर केंद्रित हो गया है।

प्रदेश अध्यक्ष के लिए आधा दर्जन से अधिक नेता दिल्ली में गणेश परिक्रमा कर रहे है। वहीं महिला नेत्री के नाम पर भी भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व विचार कर रहा है।जिन महिला नेत्रियों का नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में माना जा रहा है उनमें सागर की सांसद लता वानखेड़े, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, रीति पाठक और शहडोल की सांसद हिमाद्री सिंह के नाम प्रमुख है। इनमें लता वानखेडे संगठन से लंबे समय तक जुड़ी रही है। जातीय समीकरण से देखे तो अगर पार्टी फिर से ब्राम्हण चेहरे पर दांव खेलती है तो पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा,  के नाम पर विचार हो सकता है। नरोत्तम को अपने दिल्ली में सम्पर्कोंं का फायदा मिल सकता है। इसके अलावा आलाकमान अगर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष का पद देने का फैसला करता है तो सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी, लाल सिंह आर्य और गजेन्द्र पटेल जैसे नेताओं के नामों पर भी विचार हो सकता है।

गौरतलब है कि घोषित कार्यक्रम के अनुसार 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाना था। लेकिन जिलाध्यक्षों के निर्वाचन में हो रही देरी के कारण प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी आगे बढ़ गया । अब प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए जिलाध्यक्षों की संख्या का कोरम पूरा होने के बाद माना जा रहा है कि इसी महीने भाजपा अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है।

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