Shajapur में राहुल गांधी की ‘न्याय यात्रा’ का दिखा दम, जमकर हुआ स्वागत

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शाजापुर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए ने कहा कि, जब हमारी सरकार थी और डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो हमने मनरेगा दिया। मनरेगा में एक साल में 65000 करोड रुपए देने होते हैं इससे कई सारे मजदूरों की स्थिति सुधरी, मनरेगा की सफलता के बाद हमारे पास किसान आए और उन्होंने मदद का आग्रह किया तो हमने किसानों का कर्ज माफ कर दिया, 70000 करोड रुपए उसका खर्च आया। वहीं नरेंद्र मोदी जी ने 16 लाख करोड रुपए उद्योगपतियों का माफ कर दिया, इसका अर्थ यह हुआ कि उन्होंने 24 साल का मनरेगा का बजट 22 उद्योगपतियों को दे दिया। आज 22 लोग हैं जिनके पास देश का 50 प्रतिशत धन है। मोदी जी ने 16 लाख करोड रुपए व्यापारियों के माफ कर दिए हैं, लेकिन किसानों का 1 रुपया भी माफ नहीं किया।
राहुल गांधी ने कहा कि, 50 प्रतिशत पिछड़े, 15 प्रतिशत दलित एवं 8 प्रतिशत आदिवासी, अल्पसंख्यक एवम सामान्य गरीब मिलाकर 90 प्रतिशत होते हैं, उनकी भागीदारी नगण्य है। किसी बड़ी कंपनी की लिस्ट निकालो जितनी बड़ी कंपनियों की लिस्ट में उनके मालिकों में एक नाम भी इस 90 प्रतिशत वर्ग के लोगों का नहीं है, उनके सीनियर मैनेजमेंट में भी एक नाम नहीं, मीडिया के मालिकों में भी इस 90 प्रतिशत वर्ग का एक भी नाम नहीं, ब्यूरोक्रेसी में देखें तो 90 लोग जो कि आईएएस अधिकारी हैं, उसमें से केवल तीन ओबीसी, एक आदिवासी एवं तीन दलित हैं। जब बजट आता है तो 100 में से 6 रुपए का केवल ये लोग फैसला करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि, जीएसटी 90 प्रतिशत लोग देते हैं, लेकिन जेब 20 अमीर उद्योगपतियों की भरती है, इन समस्याओं से निजात पाने का तरीका है, जाति आधारित जनगणना। अग्नि वीर योजना की बजह से आज गरीब के पास सरकारी सेवा में जाने का रास्ता बंद है, पीएसयू कांग्रेस लायी, बीएसएनएल, हिंदुस्तान पेपर यह सब कांग्रेस ने बनाया, मोदी जी ये सब उद्योगपतियों को दे रहे हैं।