खुदरा महंगाई दर ने 15 महीने का रिकॉर्ड तोड़ा, RBI के दायरे से बाहर निकले जुलाई के आंकड़े
जुलाई में भारत की महंगाई दर 15 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. बीते जून माह की तुलना में खुदरा महंगाई दर में करीब 3 फीसदी उछाल आया है. ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि खुदरा मुद्रास्फीति आरबीआई के दायरे से भी बाहर निकल गई है. महंगाई दर बढ़ने का कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी बताई गई है.
आंकड़ों के अनुसार जुलाई में खुदरा महंगाई दर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो लगभग 15 महीने का उच्चतम स्तर है. बीते जून माह में खुदरा महंगाई दर 4.81 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से जुलाई में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44% पर पहुंच गई है. बता दें कि 53 अर्थशास्त्रियों के हालिया रॉयटर्स सर्वे में खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति वार्षिक आधार पर 6.40 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान लगाया गया था.
सांख्यिकी मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति लगातार चार महीनों तक रहने के बाद जुलाई में भारतीय रिजर्व बैंक के 2-6 प्रतिशत के टॉलरेंस बैंड की ऊपरी सीमा को पार कर गई है.