Betul लोकसभा सीट पर चुनावी हलचल, BJP के दुर्गादास उइके हैं सांसद
साल 2024 में लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व मनाया जाना है, जहां एमपी की 29 सीटों पर जनता अपने सांसद का चुनाव करेगी. बैतूल लोकसभा सीट पर चुनाव तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बैतूल लोकसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी के दुर्गादास उइके सांसद हैं.
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बैतूल लोकसभा से दुर्गादास उईके ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में 3 लाख 60 हजार 241 मतों से जीतकर नया रिकार्ड बनाया था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम को हराया था। संसदीय क्षेत्र के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी जीत थी। लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहे बैतूल संसदीय क्षेत्र में वर्ष 1996 में भाजपा ने ऐसी सेंध लगाई कि उसके बाद से लगातार सांसद की कुर्सी भाजपा के ही कब्जे में रही और कांग्रेस को हर बार करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। वर्ष 1996 में भाजपा ने बाहरी उम्मीदवार को टिकट न देते हुए जनता की मांग पर स्थानीय उम्मीदवार के रूप में विजय खंडेलवाल को मैदान में उतारा था। खंडेलवाल ने कांग्रेस के हाथ से बैतूल संसदीय सीट छीन ली और उसके बाद वर्ष 2004 तक हुए 3 चुनावों में भी जनता ने भाजपा को ही जिताया। विजय खंडेलवाल के निधन के बाद वर्ष 2008 में हुए उपचुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार हेमंत खंडेलवाल ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा। परिसीमन के बाद अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए बैतूल संसदीय क्षेत्र के आरक्षित होने के बाद भी लगातार चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की है।
बैतूल संसदीय क्षेत्र में वर्ष 1952 से लेकर वर्ष 2008 तक सर्वाधिक बार भाजपा का ही वर्चस्व कायम रहा है। अब तक हुए 15 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को यहां से मात्र 6 बार ही कामयाबी मिली है, जबकि 8 बार भाजपा और एक बार भारतीय लोक दल के प्रत्याशी को मतदाताओं ने जीत दिलाई है।