अग्निपथ योजना कितनी सफल?, BJP सैनिक प्रकोष्ठ ने बताई सच्चाई

इंदौर में भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ द्वारा जावरा कंपाउंड स्थित भाजपा कार्यालय पर अग्निपथ योजना के संबंध में सोमवार को पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया।
मीडिया को संबोधित करते हुए भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ब्रिगेडियर अवधेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना देश के युवाओं के साथ-साथ देश के भी हित में है और अग्निवीरों की सेवा शर्तों को लेकर जानबूझकर देश में भ्रम का वातावरण पैदा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस योजना को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है।
अग्निवीरों के साथ नहीं होता भेदभाव
सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ब्रिगेडियर अवधेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, इन दिनों सोशल मीडिया में यह दुष्प्रचार जोर-शोर से किया जा रहा है कि अग्निवीरों के शहीद होने या सेवा के दौरान उनकी मृत्यु होने पर सरकार उनकी या परिजनों की कोई मदद नहीं करती, लेकिन ये सरासर झूठ है। वास्तविकता यह है कि अग्निवीरों को ट्राई सर्विसेज के समान ही जोखिम और कठिनाई भत्ते दिए जाते हैं। किसी भी अग्निवीर की शहादत या सेवा के दौरान मृत्यु होने पर 48 लाख रुपये की बीमा राशि तथा 44 लाख रुपये की एकमुश्त अनुग्रह राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा विभिन्न राज्य सरकारें शहीद सैनिकों के लिए जो सहायता राशि देती हैं, वो भी उनके परिजनों को मिलती है। ब्रिगेडियर अवधेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ड्यूटी के दौरान अगर कोई अग्निवीर विकलांग हो जाता है, तो उसे विकलांगता के अनुसार एकमुश्त मुआवजा दिया जाता है।