MP: BJP में अंदरूनी कलह आई सामने, मोहन सरकार को घेरने वाले BJP विधायक को मिला नोटिस

मोहन सरकार को घेरने वाले BJP विधायक चिंतामणि मालवीय को BJP ने शोकाज नोटिस जारी किया तो कांग्रेस की चिंता बढ़ गई। पीसीसी जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बीजेपी विधायक के समर्थन में कूद पड़े। अब चिंतामणि को लेकर सूबे की सियासत भी गरमा गई है।
मध्य प्रदेश में आलोट से बीजेपी के विधायक चिंतामणि मालवीय को पार्टी ने शोकॉज नोटिस जारी किया है. आरोप है कि विधायक चिंतामणि के लगातार बयानबाजी की वजह से पार्टी और मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है. बीजेपी ने सात दिनों में चिंतामणि से जवाब मांगा है.
दरअसल, कुछ दिन पहले विधानसभा में अपनी ही सरकार के खिलाफ उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों के स्थायी अधिग्रहण को लेकर चिंतामणि ने सवाल खड़े किए थे. चिंतामणि मालवीय ने सिंहस्थ 2028 के लिए उज्जैन में हो रहे जमीन अधिग्रहण को लेकर कहा था कि सिंहस्थ के नाम पर किसान की जमीन पहले केवल 3-6 महीनों के लिए अधिग्रहित की जाती थी. उन्हें अब स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया गया है. ऐसा ना हो कि हम सिंहस्थ की भूमि हमेशा के लिए खो दें. इस मामले में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने चिंतामणि मालवीय का बचाव किया और कहा कि चिंतामणि मालवीय ने जो काम किया वो जनता के हित में था। सिंहस्थ आस्था का केन्द्र है,लेकिन स्थाई रुप से किसानों से लेना गलत है।
वही उमंग सिंघार ने कहा कि ये उनका इंटरनल मामला है। लेकिन कोई विधायक विधानसभा में बात उठा रहा है तो तत्काल किसानों की बात सुनना चाहिए। उज्जैन में किसानों को बाजार रेट से मुआवजा मिलना चाहिए।
मध्य प्रदेश की राजनीति में यह मामला सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं के बीच हलचल मच गई है. सूत्रों का कहना है कि चिंतामणि मालवीय का मामला बीजेपी राष्ट्रिय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कानों तक पहुंचा है, जिसके बाद प्रदेश संगठन ने सख्ती दिखाई है।