MP: प्रदेश और केंद्र सरकार पर जुबानी हमला, वरिष्ठ नेता डॉ. गोविंद सिंह ने निशाना साधा
ग्वालियर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. गोविंद सिंह ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है। डॉ गोविंद सिंह ने डॉक्टर मोहन यादव सरकार द्वारा प्रदेश के सरकारी कर्मचारी यूनियन की मान्यता समाप्त करने को घोर निंदनीय कदम बताया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के नर्सिंग घोटाले मामले की जांच के दायरे में तत्कालीन मंत्री और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त एक्शन लेने की मांग की है।
डॉ. गोविंद सिंह का कहना है कि, डॉ मोहन यादव को मुख्यमंत्री बने हुए 6 महीने भी नहीं हुए हैं लेकिन वह पूरी तरह से तानाशाही पर उतारू है, प्रजातांत्रिक संस्थाओं का गला घोटने का काम मोदी जी के पद चिन्हों पर वह कर रहे हैं,मध्य प्रदेश के 12 लाख शासकीय अधिकारी कर्मचारी जो अपनी यूनियन के जरिये अपनी समस्याएं उठाते थे, उनकी मान्यता कांग्रेस की सरकार के समय चल रही थी, मध्य प्रदेश के शासकीय कर्मचारी अपनी छोटी-छोटी मांगों परेशानियों के लिए सरकार के समक्ष अपनी यूनियन के माध्यम से इसे रखते थे, लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी ने सभी कर्मचारी संघो की मान्यता समाप्त करके उनकी अपनी बात कहने का हक छीनने का काम किया है, उनकी आवाज पर ताला लगा दिया है, मैं इसकी घोर निंदा करता हूं और मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से अनुरोध करता हूं कि जिस तरह का तानाशाह रवैया वे अपना रहे है, प्रदेश की जनता और कर्मचारी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कुलमिलाकर, देखा जाए तो ग्वालियर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ गोविंद सिंह ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है। डॉ. गोविंद सिंह ने डॉ. मोहन यादव सरकार द्वारा प्रदेश के सरकारी कर्मचारी यूनियन की मान्यता समाप्त करने को घोर निंदनीय कदम बताया है।