CM पद से दूर बेफिक्र है ज्योतिरादित्य सिंधिया, दावेदारी जताने की बजाय मंत्रालय के कामों में लीन महाराज
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर सियासी खींचतान दिल्ली तक, दावेदार गुणभाग करने में जुटे है लेकिन सीएम फेस के सबसे प्रबल दावेदार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़ी बेफिक्री के साथ अपने मंत्रालय के काम और मोदी सरकार की योजनाओं के क्रियान्वन में लगे हुए है।
मध्यप्रदेश में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद हर तरफ नए मुख्यमंत्री के चहरे को लेकर चर्चाएं जोरों पर, सीएम पद के दावेदार भोपाल सेंलेकर दिल्ली तक मैराथन दौड़ लगा रहे है और अपनी दावेदारी जता रहे है, लेकिन मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़े बेफिक्र नजर आ रहे है, ना कोई दावेदारी, और ना किसी विधायक से मेल मुलाकात, बड़ी बेफिक्री के साथ अपने मंत्रालय के कामों में लीन है।
जब केंद्रीय पर्यवेक्षकों की टीम सीएम का चयन करने प्रदेश में आ रही है तो सिंधिया एमपी में होने की बजाय दिल्ली से कर्नाटक के बेंगलुरु की यात्रा पर रवाना हो गए । केंद्रीय मंत्री सिंधिया बेंगलुरु में एवीएशन कम्पनीयों के कार्यालय जाएँगे व अधिकारियों से मिलेंगे व भाजपा के विकसित भारत संकल्प यात्रा में हिस्सा लेंगे उसके बाद रविवार को आंध्रप्रदेश के राजा मुंदरी हवाई अड्डे के नए टर्मिनल निर्माण का भूमिपूजन करेंगे ।
कुल मिलाकर ये सिंधिया का सियासी स्टाइल है, चुनाव प्रचार के दौरान भी वे मीडिया के सामने खुद को सीएम पद की दावेदारी से अलग बताते आए है, लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह से सिंधिया की करीबी से सियासी गलियारों के ये चर्चा तेजी से है कि बीजेपी आलाकमान सिंधिया को सीएम बना सकता है।