Ujjain: महाकाल की शाही सवारी अब से ‘राजसी सवारी’ कहलाएगी, CM मोहन यादव का ऐलान
मध्य प्रदेश के उज्जैन में सालों पहले से निकल रही ‘बाबा महाकाल’ की सवारी के आगे से शाही शब्द हटा दिया गया है, जहां अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे नया नाम ‘राजसी सवारी’ दिया है। वहीं हर्षोल्लास से निकली राजसी सवारी में बेहद खास नजारा देखने मिला, जहां भगवान ने सभी स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दिए हैं।
श्रावण-भाद्रपद माह में सोमवती अमावस्या के अवसर पर शाम 4 बजे बाबा महाकाल की शाही सवारी नगर के भ्रमण के लिए निकली। इस दौरान रजत पालकी में भगवान चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर भगवान मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, घटाटोप मुखोटा स्वरुप व सप्तम सवारी में श्री सप्तधान का मुखारविंद सम्मिलित रहा।
शाही सवारी निकलने पर सीएम ने कहा कि, आज उज्जैन में बाबा महाकाल की आखिरी “राजसी सवारी” निकल रही है। बाबा का जनता से सीधा सरोकार है। उनकी कृपा सब पर बनी रहे। इस साल आदिवासी कलाकार शामिल किये गए और शासकीय बैंड शामिल किए गए।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने आगे कहा कि यह मात्र सवारी नहीं, अपितु बाबा का जनता के साथ सीधा सरोकार है। मैं देश-विदेश से पधारे श्रद्धालुओं का बाबा महाकालेश्वर की राजसी सवारी में स्वागत, वंदन एवं अभिनन्दन करता हूं।
कुलमिलाकर, देखा जाए तो मध्य प्रदेश के उज्जैन में सालों पहले से निकल रही ‘बाबा महाकाल’ की सवारी के आगे से शाही शब्द हटा दिया गया है, जहां अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे नया नाम ‘राजसी सवारी’ दिया है। वहीं हर्षोल्लास से निकली राजसी सवारी में बेहद खास नजारा देखने मिला, जहां भगवान ने सभी स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दिए हैं।