Indore news: कीचड़ के बीच आवाजाही करने को मजबूर ग्रामीण, रीना बोरासी सेतिया ने संभाला मैदान
इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला एक गांव ऐसा भी है, जहां पर पिछले 10 साल में 5 बार सड़क बनाने की घोषणा की गई, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ। इस गांव में आवाजाही का रास्ता पानी और दलदल कीचड़ से भरा हुआ है। इस स्थिति के चलते गांव के बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है. कांग्रेस नेत्री और मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश महासचिव रीना बोरासी सेतिया ने इस गांव में पहुंचकर वहां के हालात देखें।
कांग्रेस नेत्री रीना बोरासी सेतिया ने बताया कि, सांवेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव जलोद के हालात बद से बदतर हैं। इन हालात के बीच में अपना जीवन यापन करने के लिए गांव वाले भी वर्ष में पिछले 10 साल में इस क्षेत्र के विधायक द्वारा इस गांव की सड़क को बनाने की पांच बार घोषणा की गई। अभी तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है, जिस स्थान पर सड़क बनना है वहां पर पानी भरा हुआ है और दलदल कीचड़ है। ऐसे में से आवाजाही करने के लिए गांव वाले विवश हैं।
रीना बोरासी ने बताया कि, उन्होंने जब इस गांव का दौरा किया तो गांव को देखकर यह लगता है कि यह गांव विकास की दौड़ में कितना पीछे है। प्रदेश सरकार विकास पर्व मना रही है। यह गांव विकास की हकीकत दिखा रहा है। इस गांव से निर्वाचित कांग्रेस के सरपंच और जनपद सदस्य के द्वारा जब सड़क के निर्माण की मांग उठाई जाती है तो उनसे कहा जाता है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ जाओ तो सड़क बन जाएगी वरना सड़क नहीं बनेगी।
कुलमिलाकर, देखा जाए तो इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला एक गांव ऐसा भी है, जहां पर पिछले 10 साल में 5 बार सड़क बनाने की घोषणा की गई, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ। इस गांव में आवाजाही का रास्ता पानी और दलदल कीचड़ से भरा हुआ है। इस स्थिति के चलते गांव के बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है. कांग्रेस नेत्री और मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश महासचिव रीना बोरासी सेतिया ने इस गांव में पहुंचकर वहां के हालात देखें।